बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 14 दिवसीय गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न, 197 गाइड्स हुए प्रशिक्षित
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गाइडों के लिए आयोजित 14 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन 17 सितंबर को हुआ। यह प्रशिक्षण 4 सितंबर से शुरू हुआ था, जिसमें कुल 197 गाइड्स ने हिस्सा लिया। इनमें 171 पुरुष एवं 26 महिला गाइड्स शामिल रहे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सात बैचों में किया गया। प्रत्येक बैच को दो-दो दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान गाइड्स को वन्यजीव संरक्षण, इको-टूरिज्म, समय प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास, प्रभावी संवाद कौशल और फील्ड वर्क से जुड़ी अहम जानकारियां दी गईं। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े गाइड्स को और अधिक सशक्त बनाना तथा पर्यटकों को बेहतर अनुभव उपलब्ध कराना था।
प्रशिक्षण में पुणे से आए विशेषज्ञ ट्रेनर्स—श्री अनुज खरे, श्री राजीव पंडित और डॉ. उमेश कृष्णा ने भाग लिया। उन्होंने गाइड्स को वन्यजीवों के जीव विज्ञान, इको-टूरिज्म के सिद्धांत, वन्य प्राणियों एवं वनस्पतियों की पहचान और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। विशेषज्ञों ने कहा कि बांधवगढ़ के गाइड्स पहले से ही काफी अनुभवी हैं और उन्हें प्रशिक्षित करना उनके लिए भी एक उत्साहजनक अनुभव रहा।
प्रशिक्षण के दौरान गाइड्स को बांधवगढ़ के पर्यटन क्षेत्र में फील्ड विजिट भी कराया गया। इस व्यावहारिक प्रशिक्षण से गाइड्स की कार्यक्षमता और ज्ञान में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। गाइड्स ने प्रत्यक्ष अनुभव से सीखा कि कैसे वे पर्यटकों को जंगल की गहराई से जुड़ी सही और रोचक जानकारी दे सकते हैं।
समापन समारोह में बांधवगढ़ के उपवनमंडल अधिकारी और वन परिक्षेत्राधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर गाइड्स ने भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने की मांग रखी। उनका कहना था कि इस तरह की पहल से न केवल उनकी कार्यशैली में सुधार होता है बल्कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ग्रामीणों को रोजगार के नए अवसर भी मिलते हैं।
उल्लेखनीय है कि बांधवगढ़ का नया पर्यटन सीजन 1 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। इस प्रशिक्षण के बाद गाइड्स नई ऊर्जा और ज्ञान के साथ पर्यटकों का स्वागत करने को तैयार हैं। वे न केवल पर्यटकों को वन्यजीवन का रोमांचक अनुभव देंगे बल्कि उन्हें प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी करेंगे।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन का मानना है कि प्रशिक्षित गाइड्स के जरिए पर्यटन को और अधिक सशक्त बनाया जा सकेगा। यह पहल स्थानीय समुदाय की भागीदारी को मजबूत करते हुए बांधवगढ़ की पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक स्थापित करने में मददगार साबित होगी।