Sidhi news: बीते दिनों सड़क हादसे में नेव्हा बांध के पास तीन लोगों की मौत होने को लेकर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष आकात चौहान रिंकू ने कहा कि यदि समय रहते एंबूलेश आ जाती एवं अस्पताल में सही उपचार हो जाता तो एक को जान बच सकती थी।
संवाददाता अविनय शुक्ला (7723041705)
Sidhi news: लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस मामले में पूरी तरह निरंकुश है। उन्होने शासन प्रशासन को लेकर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि सिर्फ वोट की राजनीति देखी जा रह है। घटना के समय कोई मौजूद नहीं रहते।
Sidhi news: काग्रेस जिला उपाध्यक्ष आकात चौहान ने आगे कहा कि भीषण सड़क हादसे में एक ही यादव परिवार के दो लोगों को घटनास्थल पर मौत हो गई। जबकि एक गंभीर रूप से घायल था। जिला चिकित्सालय से समय पर एंबूलेश नहीं भेजा गया। पांना घंटों तक वह तड़पता रहा। घायल अस्पताल में
आने के बाद भी डॉक्टर समुचित उपचार नहीं किए। जिस वजह से दूसरे व्यक्ति की भी मौत अस्पताल में हो गई। यह बेहद निंदनीय है। उन्होने कहा कि हमें कांग्रेस जिला अध्यक्ष जान सिंह चौहान जानकारी दी गई। घटना के दिन रविवार की सुबह कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा जो भोपाल में थे उनके द्वारा जानकारी दी गई। तत्काल अस्पताल पहुंचकर परिजनों को हाडस बंधाया एवं सांत्वना देकर कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान से बात भी करवाया। मेरा यह मानना है कि यदि समय पर एंबूलेश पहुंच जाती एवं सही उपचार हो जाता तो एक व्यक्ति की जान बच सकती थी। इस घटना में सभी का पीएम कराने के बाद उनका दाह संस्कार करने हेतु गाजर भमरहा के लिए रवाना किया गया।
सत्ता के नेता एवं प्रशासन की घोर लापरवाही
Sidhi news: इस संबंध में जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष आकाश चौहान रिंकू ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की बोर लापरवाही है। बीते दिनों खजूरी के एक विद्यालय में करीब तीन दर्जन से’यादा छात्राएं कीटनाशक दवा खाकर बीमार हुई। जिनका सही उपचार यहां नहीं हो पाया। जिस वजह से कुछ छात्रा रीवा रेफर हो गई थीं। जो घटना बाईक सवार के साथ हुई जिसमें बल्कर की चपेट में आ गए वहां रोड़ नहीं थी। सिर्फ गिट्टी की वजह से वाहन फिसल गया था। जिस वजह से यह घटना हुई। यदि सड़क बनी होती तो शायद यह घटना न होती। उन्होंने विधायक पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए सत्ता के नेताओं एवं विधायक कोई पहल नहीं करती है।
यहां तक कि एंबूलेश की व्यवस्था तक नहीं हो पाती। प्रशासन की भरेशाही चरम पर है। अस्पताल में मरीज आते है तो सिलेंडर सही समय पर ही मिलता। इससे अधिकतर जानें जा रही है। यदि सत्ता के नेताओं के करीबियों के साथ यह घटना होती तो शायद उन्हें एहसास होता।
सरकार अस्पताल की व्यवस्था पर कर रही अनदेखी
Sidhi news: जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों का अभाव पहले से बना हुआ है। जो पदस्थ भी हैं वह नाममात्र के लिए व कुछ घंटों के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहते हैं इसके बाद अपने निजी क्लीनिक में उपचार करते देखे हैं। जिसमें अधिकतर छुट्टी लेते का रहे हैं। ऐसे में अस्पताल की व्यवस्था को लेकर सत्ता के नेता कोई पहल नहीं कर रहे हैं। जिस वजह से मरीजों के उपचार को लेकर आए दिन विवाद एवं उपचार न होने के कारण मौत की घटनाएं सामने आ रही हैं।