Sidhi news:जिला चिकित्सालय के बाहर हाथ रिक्शे पर प्रसव की मजबूरी और इसमें नवजात की मौत हो जाने पर एंबुलेंस कंपनी पर पौने पांच लाख रुपए का जुमार्ना किया गया है।
Sidhi news:कंपनी जेएईएस प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड है, जिस पर आपात परिस्थिति में 108 एंबुलेंस उपलब्ध करवाने का जिम्मा है। उसे इसके एवज में हर माह करीब पौने पांच लाख रुपए मिलते हैं। सीधी में हाथ रिक्शे से प्रसव के मामले में उसे जिम्मेदार मानते हुए एक महीने का उसका भुगतान रोकने का जुमार्ना किया गया है। कंपनी ने कृष्ण कुमार की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर सीधी में संचालित जननी एंबुलेंस न देते हुए कुसमी लोकेशन की एंबुलेंस की व्यवस्था की। यह एंबुलेंस भी अन्य केस में व्यस्त होने के कारण गर्भवती के पास नहीं पहुंच पाई। इस कारण कृष्ण कुमार अपनी पत्नी को हाथ रिक्शे में डालकर अस्पताल रवाना हुआ। रास्ते में ही महिला की डिलीवरी हो गई और उसके अस्पताल पहुंचने से पूर्व नवजात की मौत हो गई।
शासन ने कंपनी पर जुर्माना लगाते हुए यह टिप्पणी भी की है कि इस घटना से विभाग की छवि धूमिल हुई है।
समय पर एम्बुलेंस सेवा न मिलने पर कार्रवाई
Sidhi news:उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने सीधी में गर्भवती महिला को एम्बुलेंस सुविधा प्रदाय मेंअवांक्षित विलंब पर संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार की प्राथमिकता त्वरित और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है, और किसी भी प्रकार की लापरवाही अस्वीकार्य है। संबंधित एम्बुलेंस वाहनों के एक माह की परिचालन व्यय राशि 4,56,917/- रुपये सेवा प्रदाता के देयकों से काटी जाएगी, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। संचालक एनएचएम द्वारा कटौती के आदेश जारी कर दिये गये हैं।
Sidhi news:साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी, सिविल सर्जन सीधी, जिला टीकाकरण अधिकारी एवं प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए विभागीय जांच संस्थित की गई है। मामले की पूरी गंभीरता से जांच कर दोषीअधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।
Sidhi news:उल्लेखनीय है कि 1 नवम्बर की रात गर्भवती महिला श्रीमती उर्मिला रजक को अचानक पेट में दर्द होने पर उनके पति ने रात 10:30 बजे से 108 एम्बुलेंस एम्बुलेंस सेवा के कॉल सेंटर पर कई बार संपर्क किया। हालांकि, गंभीर स्थिति के बावजूद जिले में उपलब्ध एम्बुलेंस सेवा को तत्काल असाइन नहीं किया गया। गर्भवती महिला को सीधी जिला में संचालित 108/जननी एम्बुलेंस के बजाय अन्य लोकेशन की एम्बुलेंस असाइन की गई, जो कि पहले से ही एक अन्य केस में व्यस्त थी। एम्बुलेंस पहुंचने में देरी के चलते, प्रसूता के पति को मजबूरन हाथ रिक्शे के माध्यम से अस्पताल की ओर ले जाना पड़ा। रास्ते में ही महिला का प्रसव हुआ और अस्पताल पहुंचने से पहले नवजात शिशु की मृत्यु हो गई।