बाघ की बढ़ती हलचल से ग्रामीण सहमे, कई दिनों से क्षेत्र में लगातार गतिविधि
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
जिले के पठारी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत उचेहरा के ग्राम रामपुर में पिछले कई दिनों से बाघ की सक्रियता ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ग्रामीणों के मुताबिक बीते पांच दिनों से बाघ गांव के आसपास लगातार घूमता दिखाई दे रहा है। खेतों और पगडंडियों पर ताजा पदचिह्न मिलने से लोगों में दहशत का माहौल है।
रामपुर के किसान गजेंद्र पांडे ने बताया कि वह खेत में गेहूं की सिंचाई कर रहे थे, तभी उन्हें ताजा बाघ के पदचिह्न दिखे। उनका कहना है कि बाघ उनके खेतों के आसपास ही बना रहता है और कई बार राहर की फसलों के बीच बैठा देखा गया है। ग्रामीणों ने बताया कि एक मवेशी का शिकार भी बाघ द्वारा किया जा चुका है, जिससे डर और बढ़ गया है। खेतों में अकेले काम करना किसानों के लिए मुश्किल हो रहा है और रोजमर्रा का कृषि कार्य बाधित हो रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाघ की गतिविधि सुबह और शाम के समय अधिक दिख रही है। कई लोगों ने बताया कि बच्चों और महिलाओं को घर से दूर जाने नहीं दिया जा रहा है। रात के समय लोग जरूरी काम होने पर भी बाहर निकलने में हिचकिचा रहे हैं। मवेशी चराने वाले पशुपालकों ने भी खुले में पशु छोड़ने से परहेज करना शुरू कर दिया है।
गजेंद्र पांडे और अन्य ग्रामीणों ने फोन के माध्यम से वन विभाग को लगातार जानकारी दी है। उनका कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों को सूचित किया है कि बाघ गांव के आसपास ही मंडरा रहा है और जल्द से जल्द निगरानी बढ़ाने की जरूरत है।
ग्रामीणों की मांग है कि क्षेत्र में वन विभाग गश्त बढ़ाए और उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए। लोगों ने कहा कि फसल का समय चल रहा है और खेतों में काम करना जरूरी है, ऐसे में सुरक्षा इंतजाम न होना बड़ी चिंता का कारण है।
फिलहाल ग्रामीण सतर्कता बरत रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि वन विभाग जल्द कार्रवाई करेगा, ताकि बाघ को सुरक्षित रूप से जंगल की ओर मोड़ा जा सके और गांव में सामान्य स्थिति लौट आए।
