मौत से मुठभेड़, मानपुर में घर के पास बाघ का हमला, गांव दहशत में
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
मानपुर से सटे ग्राम नवगवा के कटहार गांव स्थित भरतपुर टोला में एक बार फिर बाघ का आतंक सामने आया है। बघड़ो नाला के पास 72 वर्षीय रामलखन पटेल पर अचानक बाघ ने हमला कर दिया। यह हमला जानलेवा नहीं रहा, लेकिन बुजुर्ग के सिर सहित शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। घटना के बाद से पूरे इलाके में भय का माहौल है।
घायल रामलखन पटेल का मकान घटनास्थल के बेहद नजदीक बताया जा रहा है। वहीं नाले के दूसरी ओर उनका लगभग 10 एकड़ का खेत भी स्थित है। जंगल से सटे इस क्षेत्र में बाघ की लगातार आवाजाही अब ग्रामीणों के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। खेत जाना, नाले की ओर जाना या सुबह-शाम घर से बाहर निकलना तक लोगों के लिए डर का कारण बन गया है।
यह घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर परिक्षेत्र की बताई जा रही है। इस क्षेत्र में पहले भी बाघ द्वारा इंसानों पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, इसके बावजूद ठोस सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए। ग्रामीणों का कहना है कि बीते कई दिनों से इलाके में बाघ के पदचिह्न साफ दिखाई दे रहे थे, जिससे उसकी मौजूदगी की आशंका पहले से बनी हुई थी। बावजूद इसके वन विभाग ने समय रहते न तो निगरानी बढ़ाई और न ही ग्रामीणों को सतर्क करने के लिए कोई प्रभावी कदम उठाए।
लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीणों में गुस्सा और डर दोनों बढ़ता जा रहा है। लोगों का आरोप है कि वन विभाग की सक्रियता हर बार घटना के बाद ही नजर आती है। जंगल से सटे गांवों में रहने वाले लोग आखिर कब तक अपनी जान जोखिम में डालकर जीवन यापन करेंगे, यह सवाल अब खुलकर सामने आ रहा है।
इस पूरे मामले में मानपुर रेंजर मुकेश अहिरवार ने बताया कि रामलखन पटेल शौच के लिए बाहर गए थे, तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया। वे गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनका इलाज मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है।
लगातार बढ़ते खतरे ने एक बार फिर वन्यजीव प्रबंधन और ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सोच की जरूरत को उजागर कर दिया है। अब देखना यह है कि वन विभाग अगली घटना से पहले कोई ठोस कदम उठाता है या नहीं।
