ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ युवक, पुलिस से की कार्रवाई की मांग
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
जिले में ऑनलाइन ठगी के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ताजा मामला पाली थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक को लोन दिलाने के नाम पर ठगों ने हजारों रुपए हड़प लिए। पीड़ित युवक ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को लिखित आवेदन देकर दी है और ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पाली वार्ड नंबर 5 निवासी फिरोज अहमद अंसारी पिता मोहम्मद सकील अहमद अंसारी ने थाना प्रभारी को दिए आवेदन में बताया कि उन्होंने शहर में लोन दिलाने वाले एक पोस्टर पर दिए मोबाइल नंबर 9748287845 पर संपर्क किया। उस नंबर से जुड़े व्यक्ति ने दावा किया कि वह आसानी से लोन पास करा सकता है। सबसे पहले उसने पीड़ित से आधार कार्ड और पैनकार्ड की कॉपी मांगी और फिर ₹2090 प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में जमा करने को कहा।
फिरोज अहमद ने उसके कहे अनुसार ऑनलाइन माध्यम से राशि भेज दी, जिसका UTR नंबर भी उन्होंने आवेदन में दर्ज कराया है। राशि भेजने के बाद ठग ने फिर ₹25500 की मांग की। उसने कहा कि यह लोन पास कराने के लिए जरूरी फीस है। उसके दबाव में आकर पीड़ित ने 2 सितंबर 2025 को पहले ₹2000 और फिर कुछ ही मिनटों बाद ₹23500 ट्रांसफर कर दिए।
पीड़ित ने बताया कि राशि भेजने के बाद ठग ने भरोसा दिलाया कि 15 से 20 मिनट में लोन की राशि खाते में आ जाएगी। लेकिन काफी इंतजार करने के बावजूद न तो लोन पास हुआ और न ही ठगों से कोई संपर्क हो पाया। बाद में दूसरे अज्ञात मोबाइल नंबर 9977275906 से फोन आया और पीड़ित को धमकी दी गई कि यदि वह किसी तरह की शिकायत करेगा तो उसे गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा।
फिरोज अहमद ने पुलिस को बताया कि उनसे कुल ₹25590 की ठगी की गई है। ठगों ने न केवल उनसे रकम हड़पी, बल्कि शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इसके चलते पीड़ित मानसिक रूप से बेहद परेशान है।
पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई है कि मोबाइल नंबर 9748287845 और 9977275906 का इस्तेमाल करने वाले गिरोह की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे ठग आम लोगों को रोजाना निशाना बना रहे हैं और भोले-भाले नागरिक अपनी गाढ़ी कमाई गवां रहे हैं।
आवेदन मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और ट्रांजैक्शन से जुड़े साक्ष्य भी एकत्रित किए जा रहे हैं। साइबर सेल की मदद से ठगों के मोबाइल नंबर और बैंक खातों की डिटेल निकाली जाएगी।
गौरतलब है कि जिले में बीते कुछ महीनों में ऑनलाइन ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। कभी लोन, कभी नौकरी और कभी पुरस्कार की लालच देकर ठग लोग मासूम नागरिकों से हजारों-लाखों रुपए हड़प रहे हैं। पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है कि अनजान नंबर से आने वाली कॉल या संदेश पर भरोसा न करें और कोई भी बैंकिंग जानकारी साझा न करें।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का सबसे बड़ा उपाय है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में तुरंत थाने या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।