रेत ओवर लोड की कार्यवाही करना भूल गया प्रशासन,दो दिन मे 41वाहनो पर हुयी थी कार्यवाही,अब?
सीधी जिले में ओवरलोड वाहनो के चलने की खबरें मीडिया मे प्रशासन के बाद सीधी जिला कलेक्टर जिला दंडाधिकारी ने खबर पर एक्शन लिया और उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को इन ओवरलोड वाहनों पर कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया जिससे दो दिवस के अंदर 41ओवरलोड वाहनों को रोक अधिकारियो ने उन पर कार्यवाही की थी।
मामले मे सीधी जिला खनिज अधिकारी ने मीडिया को जानकारी देते हुये कहा था दो दिवस मे 41ओवर लोड वाहनो पर कार्यवाही की गई थी,इनमे 26 वाहन सिंगरौली जिले के हर्दी और भडसेरी रेत खदान के है एवं 3बाहन हरचोका रेत खदान और 10 वाहन शहडोल रेत खदान और खनिज बाक्साइड का एक वाहन तथा गिट्टी खनिज का एक बाहन अभिवहन पारपत्र मे अनुमत मात्रा से अधिक खनिज परिवहन जो ओवर लोड करके सीधी की सडको पर चलते मिले थे।जिन्हें अधिकारियो ने खड़ा करा कर उनका वजन कराया और ओवर लोड पाए जाने पर कार्यवाही के लिये खनिज विभाग और जिला कलेक्टर के यहां भेज दिया था।
ऐसे मे आप आकडा लगा सकते है कि जब दो दिवस मे इतने वाहन ओवर लोडिगं करते मिले तो फिर अब जब प्रशासन फिर कार्यवाही करना भूल गया है। तो फिर बीत रहे ये महीने भर मे सीधी की सडको की दशा क्या कर रहे होगे।
वही हुयी कार्यवाही से ही स्पष्ट हो चुका था कि रेत खदान के ही ओवर लोड के वाहन चेकिंग मे मिले थे।और रेत खदान से ही ओवर लोडिगं रेत की की जा रही है जिससे सीधी की सडके टूट रही है।और शासन के गाइड लाइन का पालन नही हो रहा है।
बताते चलें की कुसमी तहसील क्षेत्र अंतर्गत बह रही गोतरा गोपत नदी के दूसरी छोर पर सिंगरौली जिले के हर्दी गांव मे साहाकार ग्लोबल लिमिटेड कंपनी की रेत खदान संचालित है मगर सिंगरौली जिले की रेत निकलने का एकमात्र रास्ता जो गोतरा देवी मंदिर की पीडबलूडी की सडक से होकर कुसमी महखोर मुख्य मार्ग प्रधानमंत्री सड़क से होकर सीधी की ओर वाहनों का जाना होता है।वाहनो के चलने से ये छोटी सडके क्षतिग्रस्त हो चुकी है।कलेक्टर कार्यालय से जारी निर्देश सूचना बोर्ड के आधार पर इन सडको की क्षमता मात्र 8 टन सहने की है और हाइवा जैसे वाहन करीब 30 से 35 टन लेकर इन सड़कों को रौदते हुए अभी भी चल रहे है।
वही कुसमी क्षेत्र की प्रसिद्ध गोतरा देवी मंदिर का मार्ग जिसे रेत वाहन तोड चुके है और अब रेत वाहनो के चलने से पूरा डस्ट मंदिर परिषर मे जमा हो रहा है जिससे माता रानी भक्त भी टूटी सडक और उड रहे डस्ट से परेशान है जिसका मंदिर के पुजारियो ने पहले से ही विरोध कर चुके है वही सूत्र बताते है कि रेत ओवर लोड एवं गोपद नदी मे स्थित गोपद पुल जहां से वाहनो का आवागमन होता है लोड होती है उस पुल के एक पावा टूटने एवं मंदिर के सुरक्षा के मामले मे गोतरा पंचायत के सभी पदाधिकारी बैठक कर निर्णय लिये तब सरपंच ने कुसमी खण्ड अधिकारियो को पत्र देकर सूचित कर चुके जिसे आज तक नजर अंदाज किया जा रहा है।