निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर धान रोपकर कांग्रेस का अनोखा विरोध प्रदर्शन
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
जिले के बिरसिंहपुर पाली के रामपुर में वर्षों से अधूरे पड़े एनएच-43 सड़क और फ्लाईओवर निर्माण को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसजनों ने अधूरे पड़े फ्लाईओवर ब्रिज पर धान की रोपाई कर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सड़क और पुल का निर्माण कार्य लगभग आठ सालों से अधूरा पड़ा है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और आमजन की परेशानी लगातार बढ़ रही है।
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद उपाध्याय ने कहा कि रामपुर क्षेत्र से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-43 का काम सालों से अटका हुआ है। लगभग सात-आठ साल हो चुके हैं, लेकिन आज तक सड़क और पुल का काम पूरा नहीं हुआ। आदिवासी क्षेत्र के लोगों के साथ यह अन्याय है। सरकार सोई हुई है, इसलिए हमने रोपा लगाकर विरोध किया। अगर जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य पूरा नहीं किया गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे।
वहीं कांग्रेस नेता रवि मिश्रा ने बताया कि जहां से यह सड़क निर्माण प्रारंभ हुआ था, वहां से लेकर अधिकांश हिस्से में काम पूरा हो चुका है। लेकिन उमरिया जिले का लगभग 15 किलोमीटर हिस्सा अब भी अधूरा पड़ा है। ब्रिज और सड़क का काम आधा-अधूरा है। साल 2016 में कार्य शुरू हुआ था, अब 2025 समाप्त होने को है, फिर भी सड़क पूरी नहीं बनी। मानपुर और बांधवगढ़ दोनों विधानसभा क्षेत्र भाजपा के पास हैं, यहां तक कि मानपुर विधायक मंत्री भी रह चुकी हैं, लेकिन उनके कार्यकाल में शुरू हुआ यह काम अब तक पूरा नहीं हो सका। भाजपा नेताओं को यह सड़क शायद दिखाई ही नहीं देती। वे कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। हम केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मांग करते हैं कि आदिवासी क्षेत्र की इस उपेक्षा को खत्म कर जल्द सड़क का कार्य पूरा कराए।
युवा कांग्रेस नेता रजनीश (जॉनी )तिवारी ने भी सड़क निर्माण की सुस्ती पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि एनएच-43 का कार्य लगभग आठ साल पहले कटनी से अनूपपुर तक प्रारंभ हुआ था और अन्य क्षेत्रों में सड़क बनकर तैयार हो चुकी है। लेकिन उमरिया जिले का हिस्सा जस का तस पड़ा हुआ है। यहां न सड़क पूरी है, न फ्लाईओवर। यही कारण है कि लोगों की परेशानी और गुस्सा दोनों बढ़ते जा रहे हैं।
अधूरे पड़े सड़क और फ्लाईओवर के कारण रामपुर और आसपास के क्षेत्रों में यातायात प्रभावित है। भारी वाहनों के आवागमन के दौरान अक्सर जाम की स्थिति बनती है और खराब सड़क की वजह से दुर्घटनाएं भी लगातार हो रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण एजेंसी की लापरवाही और सरकार की अनदेखी के कारण क्षेत्रीय जनता वर्षों से परेशान है।
विरोध प्रदर्शन में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। प्रदर्शन का नेतृत्व ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद उपाध्याय, रवि मिश्रा, भोला साहू, सनू उपाध्याय, बलराम प्रजापति, साजिद खान, सुनील साहू, अंकित, राजेश कोल, रजनीश तिवारी, रवि प्रजापति, जावेद खान, नितेश शुक्ला, दुर्गेश नामदेव, सुधांशु सिंह, दीपक सरकार, विक्की सिंह, अतीक खान, पियूष कोल, शिव कोल और अनिकेत सिंह ने किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार केवल आदिवासियों से वोट लेती है, लेकिन उनके विकास की ओर ध्यान नहीं देती। उन्होंने कहा कि एनएच-43 जैसे महत्वपूर्ण मार्ग का अधूरा होना सरकार की विकास नीति पर सवाल खड़े करता है।

विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द सड़क और फ्लाईओवर का काम पूरा नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह केवल सड़क निर्माण का मुद्दा नहीं है बल्कि आदिवासी क्षेत्र के विकास और सुरक्षा का भी सवाल है।
कांग्रेस के इस अनोखे विरोध प्रदर्शन ने स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा। धान की रोपाई करके सड़क और फ्लाईओवर पर विरोध दर्ज कराना कार्यकर्ताओं की एक प्रतीकात्मक कोशिश थी, जिससे यह संदेश दिया गया कि अगर सड़क समय पर पूरी नहीं हो रही तो लोग इसे खेती योग्य भूमि मानकर इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। स्थानीय नागरिकों ने भी कांग्रेस के इस कदम का समर्थन किया और सरकार से मांग की कि बिना देरी किए निर्माण कार्य पूरा किया जाए।

