Sanjay tiger reserve में पहली बार दिखी ‘T-28 मौसी’ की बेटी — बघेलखंडी जंगलों में गूंजा बाघिन का शाही जलवा
सीधी जिले के Sanjay tiger reserve में रविवार की सुबह पर्यटकों के लिए रोमांच से भरपूर रही, जब प्रसिद्ध T-28 मौसी बाघिन की बेटी बचईया बाघिन ने पहली बार दीदार दिया। यह नजारा मॉर्निंग सफारी के दौरान उस वक्त देखने को मिला जब झाड़ियों के पीछे छिपी हुई यह एडल्ट बाघिन अचानक बाहर निकली। टूरिस्ट गाइड धर्मेंद्र भूर्तिया ने बाघिन की मौजूदगी को अपने कैमरे में कैद कर लिया और फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए, जो अब तेजी से वायरल हो रहे हैं।
सफारी खुलने के बाद यह पांचवां दिन था, जब पर्यटकों को पहली बार इस बाघिन की झलक देखने को मिली। संजय टाइगर रिजर्व प्रबंधन के मुताबिक यह वही इलाका है जिसे T-28 बाघिन की टेरिटरी माना जाता है। वन अधिकारियों का कहना है कि इसी कारण यहां अन्य बाघों की आवाजाही बहुत सीमित रहती है, जिससे इस क्षेत्र में मौसी की बेटी को स्थायी रूप से विचरण करते हुए देखा जा रहा है।
एसडीओ सुधीर मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार Sanjay tiger reserve में बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है। कई बाघिनों ने हाल ही में शावकों को जन्म दिया है, जिससे जंगल में बाघों की हलचल बढ़ी है। उन्होंने कहा, “छोटे बच्चों के कारण बाघिनें इन दिनों खुले इलाकों में ज्यादा दिखाई दे रही हैं, क्योंकि वे अपने शावकों को गहरे जंगलों में नहीं जाने देतीं।”
बाघिन के दीदार के बाद पर्यटकों में खासा उत्साह देखा गया। सुबह की ठंडी हवा और हरियाली के बीच जब बाघिन ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई तो सफारी वाहनों में सवार सभी लोगों के चेहरों पर आश्चर्य और रोमांच का मिश्रण झलक उठा। संजय टाइगर रिजर्व के इस दृश्य ने न केवल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध किया बल्कि यह संकेत भी दिया कि यहां बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है।