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Umaria News: उमरिया में हर्बल गुलाल: पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण की नई पहल

Tapas Gupta

By Tapas Gupta

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Umaria News: उमरिया में हर्बल गुलाल: पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण की नई पहल

उमरिया तपस गुप्ता 

Umaria News: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में इस बार होली के त्योहार पर प्राकृतिक हर्बल गुलाल की खुशबू बिखरेगी। सरस्वती आजीविका स्व सहायता समूह की अध्यक्ष राधा सिंह और उनकी टीम ने मुदरिया गाँव में पलाश, गुलाब, गुड़हल और पालक से हर्बल गुलाल तैयार किया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और लोगों को हानिकारक रसायनों से मुक्त गुलाल उपलब्ध कराना है। यह गुलाल पूरी तरह प्राकृतिक होने के साथ ही त्वचा के लिए भी सुरक्षित है।

कैसे आया हर्बल गुलाल बनाने का विचार?

Umaria News: समूह की अध्यक्ष राधा सिंह को यह आइडिया ग्राम नोडल अधिकारी ऋचा बिरथरे से मिला। उन्होंने सोशल मीडिया पर हर्बल गुलाल बनाने की विधि देखी और इसे समूह की महिलाओं तक पहुँचाया। इससे प्रेरित होकर महिलाओं ने खुद इसे तैयार करने का निर्णय लिया। कम लागत में बनने वाला यह गुलाल न केवल सुरक्षित है, बल्कि इसका उत्पादन गाँव की महिलाओं के लिए एक अतिरिक्त आय का स्रोत भी बन सकता है।

Umaria News: राधा सिंह ने बताया कि पारंपरिक रंगों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचाते हैं। इसके विपरीत, हर्बल गुलाल पूरी तरह से प्राकृतिक अवयवों से बना होता है, जिससे किसी भी प्रकार की एलर्जी या जलन की संभावना नहीं रहती।

स्व सहायता समूहों के लिए आय का नया जरिया

Umaria News: जिला प्रबंधक लघु उद्यमिता महेन्द्र बारस्कर का कहना है कि यह हर्बल गुलाल लोगों को काफी पसंद आ रहा है और भविष्य में इसकी माँग बढ़ने की संभावना है। जिला परियोजना प्रबंधक चंद्रभान सिंह के अनुसार, अगले साल से इस गुलाल को स्थानीय हॉट बाजार और आजीविका मार्ट में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

Umaria News: राधा सिंह ने आसपास के गाँवों के परिवारों से अपील की है कि वे इस हर्बल गुलाल का उपयोग करें और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें। इस पहल से जहाँ स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिल रहा है, वहीं लोगों को भी सुरक्षित और प्राकृतिक रंगों का विकल्प मिल रहा है।

भविष्य की योजना

Umaria News: हर्बल गुलाल की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसे बड़े स्तर पर उत्पादन करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे इसे व्यावसायिक रूप से विकसित कर सकें। प्रशासन का भी पूरा सहयोग मिल रहा है और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में उमरिया के हर्बल गुलाल की पहचान राज्यभर में होगी।

इस पहल से यह स्पष्ट है कि यदि सही दिशा में प्रयास किए जाएँ, तो पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण दोनों को एक साथ बढ़ावा दिया जा सकता है।

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मै तपस गुप्ता 9 सालों से लगातार पत्रकारिता मे सक्रिय हूं, समय पर और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना ही मेरी पहली प्राथमिकता है। मो-7999276090

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