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Kokila ben:दुनिया की सबसे अमीर महिला की जान कहानी

Manoj Shukla

By Manoj Shukla

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Kokila ben : आज हम आपको दुनिया की सबसे अमीर महिला के बारे में बताने वाले हैं जो की धीरूभाई अंबानी की पत्नी है। उनके जीवन से लेकर कुछ अनकहे और जुड़े हुए रहस्यों को आज हम सामने लेकर आए हैं। धीरूभाई अंबानी की वाइफ कोकिलाबेन रहती है कि सन 1955 में जब धीरूभाई अंबानी से मेरी शादी हुई थी। तब मैंने ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि मेरा जीवन इतना बदल जाएगा।

वही अब शादी के बाद ही मैंने पहली बार अदान देखा था। जब मैं यमन के अदन शहर जा रही थी तब पहली बार मैं स्टीमर में बैठी थी। वही मेरे लिए वो बहुत हैरान करने वाला यह तजुर्बा था। जहा छोटी सी ज़िंदगी अब जामनगर के मुकाबले बहुत अलग थी। यह मेरे लिए टर्निंग पॉइन्ट साबित हुआ था। वही मुकेश का जन्म वहीं हुआ था। अनिल, दीप्ति और नीना का जन्म मुंबई में हुआ था। अब तो सबकी शादी भी हो चुकी है। आज बहुओं, दामादों और बच्चों को मिलाकर हमारा 19 लोगों का परिवार हो गया है यह कहती है कोकिलाबेन।

Kokila ben : इसके बाद की कहानी मेरी है जब 24 फरवरी 1934 को मेरा जन्म जामनगर के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था, जो उस वक्त नवानगर कहलाता था। यहाँ एक आम भारतीय लड़की की तरह ही कोकिलाबेन की परवरिश भी हुई थी। उनकी मा ने उन्हें घर के सभी काम करने मे सिखाए थे। वही सिलाई व कढ़ाई भी उन्होंने सीखी थी। उन्होंने 10वीं तक पढ़ाई की थी। जहा वर्ष 1955 में कोकिलाबेन और धीरूभाई अंबानी की शादी हुई थी। जहा शादी के बाद वो अपनी ससुराल चोरवाड आ गई। वही उस ज़माने में धीरूभाई के घर एक बैलगाड़ी हुआ करती थी। शादी के कुछ महीनों बाद धीरूभाई काम करने के लिए चले गए थे। 

Kokila ben : एक बार अदान से धीरूभाई ने कोकिलाबेन को एक चिट्ठी लिखी है। जहा उस चिट्ठी में धीरूभाई ने लिखा,”कोकिला, मैंने यहां एक कार खरीद ली है। जब तुम बॉम्बे आओगी तो मैं तुम्हें इसी कार से लेने आऊंगा। जानती हो तुम कार का रंग क्या है? काली है। बिल्कुल मेरी तरह है।” धीरूभाई की वो चिट्ठी पढ़कर उस दिन कोकिलाबेन बहुत हंसी भी आई हुई थी। वही जब कुछ दिन बाद वो अदान पहुंची तो पोर्ट पर उन्हें रिसीव करने धीरूभाई अपनी उसी काली कार में आए थे। कोकिला जी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि चोरवाड में हमारे पास बैलगाड़ी थी। अदन में हमारे पास कार आई। जहा मुंबई में तो हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर भी आ गया।

इसके बाद सन 1958 में धीरूभाई अंबानी और कोकिलाबेन विदेश से वापस भारत लौट आए। जहा  धीरूभाई ने मुंबई को अपना ठिकाना अब बना लींया। जहा हर गुज़रते दिन के साथ वो तरक्की करते चले गए। उन्होंने रिलायंस की स्थापना की। कदम दर कदम वो कामयाबी की ऊंचाईयां छूते चले गए। वही अब अपनी पत्नी कोकिलाबेन को उन्होंने हमेशा अपने साथ रखा। हर फैसला वो कोकिलाबेन से सलाह-मशविरा करके लेते थे। हर नए प्लांट का इनोग्रेशन कोकिला जी से कराते थे। धीरूभाई हर प्रोग्राम व पार्टी में कोकिलाबेन को साथ लेकर जाते थे। कभी कोकिलाबेन मना भी करती थी तो साथ चलने की गुज़ारिश करते थे।

चूंकि अम्बानी की पत्नी को कोकिलाबेन 10वीं तक पढ़ी थी, वो भी गुजराती माध्यम से, इसलिए धीरूभाई चाहते थे कि वो और पढ़ें। धीरूभाई ने अपने बच्चों को अंग्रेजी सिखाने के लिए एक ट्यूटर रखा था। एक दिन धीरूभाई ने कोकिलाबेन से कहा कि तुम्हें भी अंग्रेजी सीखनी चाहिए। तुम भी इसी ट्यूटर से क्यों नहीं सीख लेती इंग्लिश? तभी से कोकिलाबेन ने भी अंग्रेजी पर मेहनत शुरू क दी। जहा कुछ सालों में उनकी भी अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ हो गई।

वही एक इंटरव्यू में कोकिलाबेन ने बताया था,”धीरूभाई उन्हें अपने साथ फाइवस्टार होटल्स में ले जाते थे।साथ ही वहां पर तरह-तरह का खाना खिलाते थे जैसे इटैलियन, मैक्सिकन, चायनीज़, जैपनीज़ व अन्य। इसलिए ताकि जब मैं उनके साथ किसी पार्टी या विदेश में जाऊं तो मुझे खाने के लिए परेशान ना होना पड़े। वो जब भी मुझे विदेश घुमाने ले जाते थे तो मुझे हर जगह के बारे में अच्छे से जानकारी देते थे। दुनिया के बारे में उनकी नॉलेज बहुत अच्छी थी यह एक छोटी कहानी थी जो धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिला बहन कहती है।” #kokilabenambani #dhirubhaiambani #mukeshambani #neetaambani #ambanifamily #ambaniwedding #AnantRadhikaWedding #रोचक_तथ्य @followers @highligh

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मै मनोज कुमार शुक्ला 9 सालों से लगातार पत्रकारिता मे सक्रिय हूं, समय पर और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना ही मेरी पहली प्राथमिकता है।

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