Kuno national park: श्योपुर, कूनो नेशनल पार्क से फिर आई बुरी खबर, मादा चीता गामिनी के एक शावक की हुई मौत, रीढ़ की हड्डी में फेक्चर होने से हुआ था गंभीर घायल, उपचार के दौरान तोड़ा है दम, मादा चीता गामिनी के शावक की मौत, सामने आई ये बड़ी वजह
Kuno national park : मध्य प्रदेश के कूनो बुरी खबर आई है। यहां मादा चीता गामिनी के एक शावक की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि रीढ़ की हड्डी टूटने की वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसके बाद उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा रहा है कि वह चलने में असमर्थ है और खुद को घसीट रहा है।
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया की चीता गामिनी के शावकों में से एक शावक अपने शरीर के पिछले हिस्से को उठाने में असमर्थ दिखाई दे रहा था। निगरानी के दौरान थोड़ी देर बाद शावक सम्पूर्ण पिछले हिस्से को घसीट कर चलता हुआ दिखाई दिया। उसे तत्काल रेस्क्यू कर चिकित्सालय लाकर आवश्यक परीक्षण के बाद रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया। जिसका आवश्यक उपचार कर सघन निगरानी में रखा जा रहा था।
पोस्टमार्टम के बाद होगी मौत के कारण की पुष्टि
Kuno national park : उन्होंने आगे बताया गया शावक की एकाएक तबीयत खराब हुई। जिसका आपातकालीन उपचार किया गया। लेकिन उसकी मृत्यु हो गई। शव परीक्षण के बाद मृत्यु का कारण पता लगेगा। बचे हुए 13 वयस्क और 12 शावक चीते स्वस्थ एवं सामान्य हैं। वयस्क चीतों को टिक और अन्य परजीवी संक्रमण की रोकथाम हेतु आवश्यक उपचार किया गया है। सभी चीतों की नियमित निगरानी की जा रही है।
10 मार्च को पांच चीतों का हुआ था जन्म
10 मार्च को मादा चीता गामिनी ने कूनो नेशनल पार्क में पांच शावकों को जन्म दिया था। शावकों के जन्म के बाद 4 जून को भीषण गर्मी की वजह से एक शावक की मौत हो गई थी। अब 5 अगस्त को दूसरे शावक की मौत हुई है। बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में अभी तक कुल 12 चीतों की मौत हो चुकी है। जिसमें सात चीते और 5 शावक शामिल हैं।
अफ्रीका से आई थी गामिनी
बता दें कि मादा चीता गामिनी को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। एमपी के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क को प्रोजेक्ट चीता के लिए चुना गया है।