Sidhi news:जिला शिक्षा कार्यालय में पहुंचते ही हो गया दफन- रमसा के साथ-साथ जिला पंचायत का देख रहे कार्य
Sidhi news:जिले का शिक्षा विभाग इन दिनो अपने कारनामों को लेकर काफी सुर्खियों में बना हुआ है। शिक्षा कार्यालय में ऊपर से आने वाले आदेशों को दफन कर दिया जा रहा है। अभी विगत माह संचालनालय द्वारा गैर शिक्षकीय कार्य में संलग्न शिक्षकों को मूल विभाग में भेजने के आदेश हुए थे उसके बाद भी कई शिक्षकों को आज भी मुक्त करने की जरूरत जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नही समझी गई है।
Sidhi news:सूत्रों की माने तो 5 सितंबर को संचालनालय से रमसा प्रभारी के साथ-साथ जिला पंचायत में अतिरिक्त सीईओ का प्रभार देख रहे सुजीत मिश्रा को मुक्त कर स्कूल भेजने के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी के पास बंद लिफाफे में पहुंचा था लेकिन उक्त आदेश को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दफन कर दिया गया है। बता दें कि सुजीत मिश्रा को बचाने तरह-तरह के प्रयास किये गए है जबकि ये पूर्व से विवादों में घिरेरहे है सुजीत मिश्रा एमएससी और बीएड की डिग्री एक ही अवधि में हांसिल की है। जबकि दोनो डिग्री अलग-अलग समय में ली जा सकती है। नियम कायदों के विपरीत डिग्री हासिल करने के बाद उनकी शिक्षा विभाग में वर्ग 1 पद पर प्रथम नियुक्ती हायर सेकण्ड्री विद्यालय कुचवाही में हुई थी। कुछ दिनो तक शिक्षकीय दायित्व सम्हालने के बाद जुगाढ़ लगा कर वे जिला शिक्षा कार्यालय में पहुंच गए और फिर रमसा के एडीपीओ का पद सम्हालने लगे थे। बताया जाता है कि सुजीत के
Sidhi news:इस गड़बड़झाले की जब तत्कालीन तेज तर्रार कलेक्टर अभिषेक सिंह को हुई तो उन्होने न कि एडीपीओ के पद से हटा दिया गया बल्कि खड्डी विद्यालय शिक्षकीय कार्य के लिए भेज दिया। हलाकि बाद में उनका जुगाढ़ फिर से काम कर और डीईओ कार्यालय में वापसी हो गई और अब तो दो- दो विभागों में प्रमुख मलाईदार शाखाओं में बैठा दिये गए है। फिलहाल एक ही अवधि में एमएससी और बीएड की डिग्री हासिल करने के मामले में शिकायत बाद शुरू हुई जांच अभीभी मुकाम तक नही पहुंच पाई है। मामला लंबित बताया जा रहा है। कई बार हुई है शिकायतप्रदेश शासन गैर शिक्षकीय कार्य के सख्त खिलाफ है और इस संबंध में संलग्न किए गए अधिकारियों-कर्मचारियों तत्काल उनके मूल विभाग में भेजे जाने का आदेश भी दिया गया है किंतु इसके बाद भी अधिकारियों कासंलग्नीकरण से मोह भंग नही हो रहा है। जिला पंचायत में कर्मचारियों व अधिकारियों की पर्याप्त संख्या होने के बाद भी रमसा के कर्मचारी को संलग्न करना जिपं सदस्यो के गले नही उतर रहा है। इसकी शिकायत कई बार ऊपरी स्तर पर की गई लेकिन अभी तक इनके खिलाफ कार्रवाई की आंच नही आ सकी है।
Sidhi news:जिला शिक्षा अधिकारी कर रहे गुमराह
जब सुजीत मिश्रा को मुक्त करने के मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ प्रेमलाल मिश्रा से बात की गई तो उन्होने गुमराह करते हुए कहा कि जांच के लिए पत्र संचालनालय से आया है जिस पर दो सदस्यी प्राचार्यो की टीम का गठन कर एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गए है। जबकि सूत्रों की माने तो 5 सितंबर को संचालनालय से सुजीत मिश्रा को कार्यमुक्त कर शैक्षणिक कार्य में भेजने का पत्र आया हुआ है जिसको अभी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दबा कर रखा गया है।
इनका कहना है-
इस पूरे आपके द्वारा यह बात संज्ञान में लाई गई है। इस पूरे मामले को दिखवाता हूं।
स्वरोचिष सोमवंशी कलेक्टर सीधी