Mp news : यहां ब्लड डोनर की जान से हो रहा खिलवाड़, जूस पीने के बाद बिगड़ी युवक की तबियत।
मामला जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक का ,आखिर किस फर्म से खरीदा गया बिना एक्सपायरी डेट का जूस।
मामले की जांच में अस्पताल पहुंचे नायब तहसीलदार कार्यवाही जारी
Mp news : जिला चिकित्सालय डिंडोरी में उन लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है जो जिला अस्पताल में भर्ती उन मरीजों की मदद के लिए सामने आकर रक्तदान करते हैं जो बल्ड की कमी के कारण जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब , बगैर एक्सपायरी डेट का जूस पीने के बाद एक युवक की अचानक तबियत बिगड़ गई।
इलाज के लिए युवक पवन बर्मन को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया, जहां युवक का इलाज जारी है। जानकारी मिलने पर जांच के लिए डिंडोरी नायब तहसीलदार शशांक शेंडे जिला अस्पताल पहुंचे और एक्सपायरी डेट के जूस का पंचनामा तैयार कर जांच शुरू कर दी।
Mp news : डिंडोरी के देव दूत रक्तदान परिवार के संचालक अतुल जैन ने बताया की जरूरत पड़ने पर जिला चिकित्सालय में भर्ती महिला मरीज मुन्नी बाई को बी पॉजिटिव ब्लड डोनर आरती चंदेल से बल्ड दिलवाया गया।
रक्तदान के बाद आरती को ब्लड बैंक से जूस दिया गया,लेकिन उन्होंने इस जूस का सेवन नही किया ,जूस खराब न हो इसके चलते सहयोगी पवन बर्मन ने जूस का सेवन कर लिया और लगभग 2 घंटे के बाद पवन को घबडाहट और बैचेनी सीने में दर्द और गले में परेशानी होने लगी तबियत बिगड़ता देख उन्हें इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया। जहा पवन का इलाज जारी है।
वही सूचना पर डिंडोरी के नायब तहसीलदार शशांक सेंडे जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक पहुंचे और ब्लड डोनर्स को दिए जा रहे जूस का पंचनामा बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी। सुरुआती जिसमें पाया गया की जो जूस का स्टाक ब्लड बैंक में रखा हुआ है वह बिना एक्सपायरी डेट का है ।जिससे मामला और भी ज्यादा संवेदनशील हो गया। अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ की आखिर बिना एक्सपायरी डेट का जूस किस फार्म से लाया गया है। फिलहाल जांच जारी है।
इस पूरे मामले में हैरत पैदा करने वाली बात यह है की जिला चिकित्सालय में पदस्थ फूड इंस्पेक्टर जिले भर के खाद्य दुकानों की जांच करते हैं लेकिन जिला अस्पताल में रखे पेय पदार्थ को देखना और सूचना के बाद भी जांच न करना कई सवाल पैदा करता है। वही ब्लड बैंक प्रभारी मोसैन परवेज मंसूरी भी ब्लड बैंक जांच के दौरान अस्पताल से नदारद दिखाई दिए।
जो इस बात की ओर इसारा करता है की अस्पताल में कुछ तो गड़बड़ झाला हो रहा है जिसमे जिम्मेदारों की मूक सहमती स्पष्ट नज़र आती है जिसका खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही होगा। वही सम्बंधित फार्म को बचाने का पुरा प्रयास अस्पताल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है