बाघ शावक की रहस्यमयी मौत, वन विभाग सतर्क कल किया जाएगा पोस्टमॉर्टम
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ शावक की अचानक मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। पतौर परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुश्माह के कृषि राजस्व क्षेत्र में 20 नवंबर को लेंटाना झाड़ियों में एक बाघ के बैठे होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बाघ की सतर्क निगरानी शुरू की गई ताकि वह गांव की तरफ न जा सके। अगले दिन यानी 21 नवंबर को भी निगरानी जारी रही, लेकिन दोपहर के दौरान बाघ की मृत्यु हो गई।
मृत बाघ की उम्र लगभग दो वर्ष बताई जा रही है। लिंग की पुष्टि पोस्टमॉर्टम के बाद ही हो पाएगी। फिलहाल मृत्यु का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी गई।
वन विभाग के अनुसार, मृत बाघ शावक का पंचनामा तैयार कर सुरक्षित तरीके से स्थल को संरक्षित किया गया है। कल 22 नवंबर को सक्षम वन चिकित्सकों की उपस्थिति में पोस्टमॉर्टम और शव दाह की प्रक्रिया की जाएगी। इसके साथ ही आवश्यक नमूने संकलित कर अधिकृत लैब में परीक्षण हेतु भेजे जाएंगे।
वन्यप्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के दिशा-निर्देशों के तहत हर प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। मौके पर पहुंचे विशेषज्ञों ने आसपास के क्षेत्र की जांच भी की ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या मानव हस्तक्षेप का पता लगाया जा सके।
स्थानीय ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई है, हालांकि प्रारंभिक जांच में किसी तरह की अवैध गतिविधि की पुष्टि नहीं हुई है। विभाग का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लगातार बाघों की सुरक्षा और निगरानी के लिए सक्रिय रहता है, लेकिन इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह प्राकृतिक मौत है या किसी बीमारी अथवा अन्य कारण की वजह से हुई है, इसका खुलासा जांच के बाद ही होगा।
