(सिकंदर का आक्रमण भारत)के शासक पोरस की सेना ने सिकंदर की सेनाओ के दांत खट्टे किए।
जाने सिकंदर के बारे में ऐसे रोचक तथ्य जिन्हें आपने सुनकर हैरान रह जायेगे।

जैसे कि आप सभी परिचित है कि यूरोप, यूनान,अरब इत्यादि देशों ने बहुत समय तक हमारे भारत को कब्जा किया और इसमें शासन करने का कार्य किया और काफी लोग इसमें सफल भी रहे हैं।जिन लोगों को सफलता नहीं मिली उनमें से एक यह भी है।
यूनान के महान शासक सिकंदर के बारे में मकदूनिया का शासक था उसने भारत पर 326 ईसा पूर्व में आक्रमण किया।
पंजाब के राजा पोरस ने सिकंदर के साथ झेलम के किनारे हुआ।(हायडेस्पीच का युद्ध)
(हायडेस्पीच का युद्ध वितस्ता या झेलम का युद्ध भी इसे कहा जाता है )लड़ा परंतु वह हार गया व्यास नदी पर पहुंचकर सिकंदर के सिपाहीयों ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया और उसे वापस लौटना पड़ा।
सिकंदर की आक्रमण के समय पश्चिमोत्तर भारत में कई छोटे-छोटे राजतंत्र तथा गणराज्य स्थित थे इसमें से पोरस सबसे अधिक शक्तिशाली था आम्भी भी तक्षशिला का शासक था उसने सिकंदर से संधि कर ली।आम्भी वही है जिसने चन्द्रगुप्त के साथ शिक्षा पूरी की थी।
सिकंदर के आक्रमण के परिणाम स्वरुप भारत और यूनान में प्रत्यक्ष संपर्क बने और चार भिन्न-भिन्न मार्गों और जलमार्गों के रास्ते खुले सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस निकेटर था इसका स्थान महत्वपूर्ण देखने के लिए आगे भी मिलेगा और यह कई समय तक उनके संपर्क में रहते हुए उनके प्रगति का एक कारण भी बना माना जाता है। महान कहलाने वाले सिकंदर एक अंधविश्वासी भी थे वह भविष्यवाणी और अंधविश्वास चीज में काफी भरोसा करता था यह भी एक कारण बना उसकी हर में।
सिकंदर की मृत्यु 326 ईसवी पूर्व में बेबीलोन में 33 वर्ष की अवस्था में हो गई
वैसे तो सिकंदर इतना महान था पर जो हाईडे- -स्पीशीज का युद्ध था इसमें सिकंदर की सेना का काफी घाटा हुआ।