Sidhi news:मामला आरईएस विभाग द्वारा सरकार के खजाने में लगाई गई सेंध का
Sidhi news:सीधी जिले में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर किए भ्रष्टाचार के मामले में कार्यपालन यंत्री सहित तीन को निलंबित कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है, जबकि अरबों रुपए के इस भ्रष्टाचार में विभाग के आधा दर्जन कर्मचारियों सहित संविदाकारों की भूमिका अहम है। गौरतलब हो कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल द्वारा विधानसभा में पूछे गए सवाल के बाद इस पूरे मामले पर पर्दा डालते हुए आरईएस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यपालन यंत्री हिमांशू तिवारी एवं ऐसबिजद्र सिंह तथा प्रभात एसडीओ उपयंत्री एके द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर भोपाल अटैच कर दिया गया। जबकि इस पूरे मामले की अगर ईमानदारी पूर्वक जांच कराई जाय तो आरईएस विभाग सीधी के प्रभारी कार्यपालन यंत्री रहें हिमांशू तिवारी सहित दर्जन भर अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेवा समाप्त हो सकती है।
Sidhi news:सूत्र बताते हैं कि जिले के चुरहट विधानसभाक्षेत्र अंर्तगत विभिन्न निर्माण कार्यों के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। इसी तरह धौहनी विधानसभा में कई करोड़ रुपए के फर्जी भुगतान की बात सामने आ रही है। धौहनी विधानसभा सहित जिले के विभिन्न पंचायतों में कराए गए निर्माण कार्यों में सत्ता के सरंक्षण में जमकर रेलपेल किया गया है।
sidhi news:नही हुई सरिता पटेल पर कार्रवाई
Sidhi news:भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहने वाली प्रभारी एसडीओ सरिता पटेल के खिलाफजांच टीम द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। जबकि आरोप है कि इनकी पदस्थापना सीधी जिले में बीते कई वर्षों से हैं और अपनी पदस्थापना के दौरान सीधी, सिहावल एवं अब मझौली जनपद क्षेत्र अंर्तगत विभिन्न निर्माण कार्यों में जमकर गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। सूत्र बताते हैं कि प्रभारी एसडीओ सरिता पटेल द्वारा उपरोक्त जनपद क्षेत्रों में कराए गए निर्माण कायों की जांच अगर कराई जाय तो कई राज खुल सकते हैं। जानकारी अनुसार इनके द्वारा पंचायतों के कार्यों में जहां फर्जी बिल बाउचर के सहारे लाखों का खेल खेला गया है वहीं विभागीय निर्माण कार्यों में भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टचार किया गया है।
sidhi news:सविदाकारों में नहीं आई आंच
Sidhi news:आरोप है कि जिले के आरईएस विभाग द्वारा कराए निर्माण कार्यों में करोड़ों नहीं बल्कि अरबों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है। जिस तरह घटिया निर्माण कार्य कराने में विभाग की भूमिका रहीं उसी तरह संबंधित निर्माण कार्यों को कराने वाले संविदाकारों की भी भूमिका रही है। सूत्र बताते हैं कि कुछ ऐसे भी संविदाकार कार्य किए है जो विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को कोई तबज्जो नहीं देते थे कारण कि उनके उपर सत्ताशीन सफेदपोस धारियों की छत्रछाया थी। अगर इनके द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों की जांच वरिष्ठ अधिकारियों की टीम द्वारा किया जाता है तो बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है।