Sidhi news:ऋषिकेश फ़ाउण्डेशन की बाल सेना मोगली पलटन द्वारा अपना मासिक कार्यक्रम- आज कुछ ख़ास है- सम्पन्न किया गया।
संपादक-: अविनय शुक्ला(7723041705)
Sidhi news:इस अवसर पर ओज़ोन संरक्षण के विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गयी। प्रतियोगिता में कक्षा तीन से कक्षा आठ तक के लगभग दो सौ बाल कलाकार सम्मिलित हुए। इन नन्हे कलाकारों द्वारा बेहद आकर्षक और ज्ञानप्रद चित्र बनाए गए। ओज़ोन परत पृथ्वी के वायुमंडल की एक परत है जिसमें ओजोन गैस की सघनता अपेक्षाकृत अधिक होती है। ओजोन परत को हमारी पृथ्वी का कवच माना जाता है। ओज़ोन परत के कारण ही धरती पर जीवन संभव है। यह परत जीवन के लिये हानिकारक सूर्य की उच्च आवृत्ति की पराबैंगनी प्रकाश किरणों की पृथ्वी पर आने वाली 90-99 % मात्रा अवशोषित कर लेती है।
Sidhi news:अगर ये किरणें सीधे धरती पर आएंगी तो इससे समुद्री जीवन खत्म होने के साथ ही मनुष्य में कैंसर, मोतियाबिंद जैसी बीमारियां जन्म ले लेंगी। यह परात मुख्यतः समताप मंडल के निचले भाग में पृथ्वी की सतह के ऊपर लगभग 10 किमी से अधिक तथा पृथ्वी से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी तक स्थित है, यद्यपि इसकी मोटाई मौसम और भौगोलिक दृष्टि से बदलती रहती है। औद्योगीकरण के साथ-साथ ओज़ोन का क्षरण भी बढ़ा है। ओज़ोन क्षरण विभिन्न रसायनों जैसे- ब्रोमीन और क्लोरीन के अत्यधिक उपयोग के कारण होता है, जो मानव निर्मित यौगिकों से निकलते हैं। जैसे-जीवाश्म ईधन, कीटनाशक, एसी और फ्रिज के शीतलक, जेट विमान, रॉकेट आदि। ओज़ोन परत के महत्व और बढ़ते क्षरण के प्रति ध्यानाकर्षण हेतु मोगली पलटन द्वारा ये ख़ास आयोजन किया गया।