Sidhi accident : सीधी–सिंगरौली नेशनल हाईवे पर दर्दनाक हादसा: बोलेरो ट्रक से टकराई, चार की मौत, दो गंभीर घायल
Sidhi accident : मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल से ठीक बाहर सीधी–सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 पर गुरुवार शाम हुआ सड़क हादसा पूरे जिले को दहला गया। टेंट से लदा खड़ा ट्रक और तेज रफ्तार बोलेरो की टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर है। हादसा शाम करीब 7:30 बजे हुआ और बोलेरो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। अब मृतकों की संख्या चार तक पहुंच गई है, जबकि दो घायलों को रीवा रेफर किया गया है।
लापरवाही पूर्वक खड़ा किया ट्रक बना 4 मौतों की वजह
हादसे के बाद लोगों ने प्रशासन और जिम्मेदारों की लापरवाही पर सवाल उठाए। बताया गया कि ट्रक सड़क किनारे बिना स्टॉपर लगाए खड़ा था और उसमें रेडियम तक नहीं लगा था। अंधेरे में यह ट्रक मौत का जाल बन गया और बोलेरो सीधे उसमें जा घुसी।
ये अधिकारी कर्मचारी बने मौतों की वजह
Sidhi accident : सीएम के कार्यक्रम के लिए सड़क पर ट्रक और टेंट सामग्री उतारने की ड्यूटी सैकड़ों कर्मचारियों को लगाई गई थी। सीधी कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी, एसपी संतोष कोरी, सिहावल एसडीएम प्रिया पाठक, थाना प्रभारी बहरी राजेश पांडे, यातायात प्रभारी अभिषेक उपाध्याय, तहसीलदार बहरी इंद्रभान सिंह, नायब तहसीलदार जेपी पांडे, पटवारी विपिन मिश्रा, आरआई बैजनाथ पाठक और पटवारी जवाहर गुप्ता सहित अनेक अधिकारी–कर्मचारी मौके पर तैनात थे। सवाल उठ रहा है कि इतनी बड़ी तैनाती के बावजूद सड़क पर खड़ा खतरनाक ट्रक क्यों नहीं हटाया गया।
मृतक और घायल
मृतकों में धर्मेंद्र जायसवाल (24 वर्ष), गीता उर्फ आदित्य (55 वर्ष), प्रिंस जायसवाल (30 वर्ष) और एक अज्ञात शामिल हैं। वहीं घायलों में बालकृष्ण प्रजापति (25 वर्ष) और अजय जायसवाल (22 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हैं और रीवा रेफर किए गए हैं। सभी ग्राम जेठुला निवासी बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस बोली – सड़क पर उतार रहे थे टेंट
Sidhi accident : हादसे के बाद कांग्रेस ने भी बड़ा आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए सड़क पर ही टेंट का सामान उतारा जा रहा था, जिससे यह दुर्घटना हुई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह लापरवाही सीधे तौर पर प्रशासन की जिम्मेदारी है।
परिजन बोले – ट्रक की लापरवाही से हुई मौत
मृतकों के परिजनों ने साफ कहा कि हादसे की वजह ट्रक की लापरवाही है। ट्रक अंधेरे में बिना सुरक्षा व्यवस्था के खड़ा था, जिसकी वजह से चार जिंदगियां खत्म हो गईं।
पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के आरोप
जिला अस्पताल पहुंचे पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने भी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मृतकों को अस्पताल लाकर उनकी ईसीजी की जा रही है और परिजनों के आने से पहले ही शव उठाए जा रहे हैं, जो बेहद असंवेदनशील और प्रोटोकॉल के खिलाफ है।
सीएम का सीधी दौरा रद्द
हादसे की खबर फैलते ही मुख्यमंत्री का सीधी दौरा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया। सुरक्षा और प्रशासन की चूक पर अब विपक्ष लगातार हमलावर है।
कलेक्टर बोले – राहत राशि दी जाएगी
सीधी कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी ने कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकारी नियमों के अनुसार राहत राशि दी जाएगी। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि हादसे की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।