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Sidhi news:प्रधानमंत्री सड़क के जीएम द्वारा की जा रही मनमानी

Abhinay Shukla

By Abhinay Shukla

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Sidhi news:कई संविदाकारों ने बंद कर दिया सड़क का निर्माण-रात को जीएम पहुंचते है दस्तखत करने मुख्यालय

Sidhi news:प्रधानमंत्री सड़क के जीएम की मनमानी से जहां घटिया सड़क का निर्माण कराया ही जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर भुगतान न हो पाने के कारण कई संविदाकारों ने कार्य भी बंद कर दिया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को हड़प योजना समझ कर अधिकारी दोनों हाथ से सरकारी रकम बटोर रहे हैं साथ ही कार्य का भुगतान भी जीएम द्वारा नही किया जा रहा है जिससे कई संविदाकारों ने सड़कों का निर्माण कार्य बंद कर दिया है।

Sidhi news:पीएमजीएसवाई में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर सरकार कुंभकरणी नींद में है। हैरानी इस बात की है कि सरकार योजनाओं के लिए बजट स्वीकृत करती है और उसके क्रियान्वयन का काम विभाग करता है, लेकिन तय बजट उसी कार्य में व्यय हुआ या नहीं तथा संबंधित कार्य मापदंडों और गुणवत्ता पूर्ण किया गया या नहीं इसकी मानीटरिंग करना या जानकारी लेना क्या सरकार का काम नहीं है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीणों को सुलभआवागमन और पहुंच की सुविधा उपलब्ध कराना है लेकिन भ्रष्टाचार के चलते जिले में यह महती योजना भ्रष्ट अधिकारियों के लिए कमाई का साधन बनके रह गई है। कई संविदाकारों द्वारा बताया गयाकि प्रधानमंत्री सड़क के जीएम द्वारा मनमानी की जा रही है जिससे कई संविदाकारों ने कार्य बंद कर दिया है बताया गया जो फाईलों में उनको दस्तखत करने होते है वे रात में आकर किसी होटल में बैठकर करके चले जाते है। करोड़ों की लागत से सड़‌कों का निर्माण कार्य चल रहा है जिनका भुगतान न हो पाने के कारण कई संविदाकारों ने तो कार्य ही बंद कर दिया है वहीं दीपावली त्यौहार के मौके पर भी कार्य का भुगतान जीएम द्वारा नही किया गया है।

पुल-पुलियों का भी लगातार घटिया निर्माण/ कई

Sidhi news:इलाकों में बनाई गई सडकों में बनाए गए पुलों का निर्माण भी घटिया स्तर का है। सड़कें बनकर तैयार हुई हैं और कई जगहों पर पुलियों में दरार नजर आ रही हैं। मटेरियल की मिक्सिंग भी अत्यंत दोयम दर्जे की है जिसके कारण पुल धंसकने भी लगे हैं। सडकों पर पुराने पुलियों का नया निर्माण भी नहीं किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इन पुल. पुलियो का नया निर्माण होना चाहिए था। कई सडके तो ऐसी है जिसका मरम्मतआज तक नहीं हुआ है एक बार सडक बनने के बाद ठेकेदार को कम से कम पांच साल मेंटेनेंस करना होता है लेकिन अधिकारियो से सेटिंग कर दोबारा उस ओर देखना तक मुनासिब नहीं समझते।

नाम मात्र की बनती है सड़कें

Sidhi news:प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार कर स्तरहीन निर्माण सामग्री का उपयोग कर सड़क निर्माण कराया जा रहा है। प्रदेश में हर जगह सड़कें बनायी गई एवं पांच साल के मेंटनेन्स सहित संविदा की पूर्ति भी गई है, किन्तु भ्रष्टाचार के कारण सड़कें केवल नाम मात्र के लिए ही निर्मित की गई, जिसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ। गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण से कुछ महीनों में ही सड़कों पर दरारें आ रहीं हैं और जगह-जगह धंसने भी लगी हैं। योजना के तहत बनी सड़कों का कमोबेश पूरे जिले में एक जैसा हाल है।

क्वालिटी कंट्रोल अधिकारियों की जांच सिर्फ खानापूर्तिः

Sidhi news:प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई सडकों की गुणवत्ता जांचने दो प्रकार की टीम होती है पहली टीम नेशनल कालिटी मॉनिटर जिसे एनक्यूएम बोला जाता है जो केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी होते हैं, दूसरी टीम स्टेट क्वालिटी मॉनिटर जिसे एसक्यूएम कहा जाता है। जिनका काम प्रधानमंत्री सड़क योजना में हो रहे घोटालों की जांच करते हैं। मजे की बात ये है कि ये सब अधिकतर उसी विभाग के रिटायर्ड अधिकारी होते हैं जो एक प्रकार से ओब्लाइज्ड होते हैं। सरकारी सेवा से रिटायर्ड यके हुए ये अधिकारी अपना हिस्सा लेकर होटल के एसी रूम में ही बैठकर निर्माण एजेंसियों को ओके रिपोर्ट दे दे।

ग्रामीण अंचलों का हाल- बेहाल

Sidhi news:दूरस्थ इलाकों में तो सड़को की दयनीय स्थिति है कोई देखने वाला नहीं है इस गावों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में व्यापक भ्रष्टाचार होने की बात न सिर्फ ग्रामीण बल्कि सड़कों को देखकर भी पता चलती है। अधिकारियों के सांठगांठ से ठेकेदार घटिया निर्माण कर लागत राशि का बंदरबाट कर रहे हैं। यह भी जानकारी मिली है कि वर्षों से जमे अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलकर न केवल घटिया सड़क का निर्माण करवाया बल्कि ठेकेदारों का भुगतान भी कर दिया है।

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