---Advertisement---

Sidhi news:विभाग की मिलीभगत से कागजों में जल रहा साझा चूल्हा

Abhinay Shukla

By Abhinay Shukla

Published on:

---Advertisement---

Sidhi news:जिला मुख्यालय से महज मात्र 2 किलोमीटर दूर महिला एवं बाल विकास परियोजना सीधी क्रमांक1 के सेक्टर जोगोपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बटौली में साझा चूल्हा अंतर्गत 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चो तथा गर्भवती मताओं के भोजन व नाश्ते मे बंदरबाट करने का मामला सामने आया है।

संवाददाता अविनय शुक्ला (7723041705)

Sidhi news:गौरतलब हो कि प्रदेश सरकार व केंद्र शासन केसयुक्त कार्यक्रम के तहत समस्त आगनबाड़ी केंद्रा में 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के समस्त बच्चों को सुबह नाश्ता तथा दोपहर भोजन शासन द्वारा निर्धारित मीनू अनुसर एवं मंगलवार को गर्भवती माताओं तथा कुपोषित रागरत बच्चों को प्रतिदिन भोजन दिए जाने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। यह भोजन नाश्ता देने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत स्तर के स्कूल अंतर्गत मध्यान भोजन संचालित करने जाले समूह को दिए जाने का निर्देश है, लेकिन महिला एवं बाल विकास सीर्घ के चहेते ग्राम पंचायत पड़ेनया में मध्यान भोजन संचलित करने वाले समूह को बटौली में भी भोजन एवं नाश्ता दिए जाने का अनुबंध किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि उपरोक्त समूह अध्यक्ष सचिव के स्थान पर पड़ैनिया गांत्र के स्थानीय व्यक्ति द्वारा संचालित किया जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार उपरोक्त व्यक्ति शिक्षक भी है। जिसके द्वारा अपने लोगों से शामिल कर समूह का संचालन किया जाता है। सूत्रों बताते हैं कि अनुबंध से लेकर अब तक कभी भी समूह द्वारा भोजन नाश्ता नहीं दिया गया है लेकिन विभाग में लंबी पहुंच के कारण बराबर प्रतिमाह गेहूं, चावल एवं अन्य सामग्री सहित राशि प्रदान किया जा रहा है, जबकि नियम अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के प्रतिवेदन के आधार पर भुगतान किया जाना चाहिए लेकिन कार्यकर्ता के बिना प्रतिवेदन दिए समूह को 50 प्रतिशत कमीशन के आधार पर राशि व खाद्यान्न प्रदान किया जा रहा है

अभिभावकों ने खोली पोल

Sidhi news:इस संबंध की जानकारी मिलने पर जब मीडिया द्वारा बटौली ग्राम पंचायत मे संचालित साझा चूल्हा की जानकारी ली गई तो चौकाने वाला खुलासा हुआ है। बता दें कि आंगनबाड़ी में दर्ज बच्चे की माता द्वारा बताया गया है कि भोजन वा नाश्ता नहीं दिया जाता है। उपरोक्त के संबंध में प्रभारी परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास सीधे द्वारा बताया गया है कि भोजन व नाश्ता बंद व नहीं वितरण होने की सूचना प्राप्त हुई है जिसकी जांच करके वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करके अनुबंध समाप्त करने की कार्यवाही 1 सप्ताह में पूर्ण हो जाएगी। देखना यह है कि जब समूह द्वारा भोजन वा नाश्ता नहीं दिया गया और खाद्यान्न एवं राशि लगातार आहरित किया गया है तो सम्बंधित समूह के खिलाफ रिकवरी का आदेश किया जाएगा या फिर मामला उंडे बस्ते में डल दिया जाएगा।

क्या कहता हैं समूह संचालन का नियम

Sidhi news:मध्यप्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाडी केंद्रों में आने वाले बच्चो तथा गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषितों को पोषण आहार दिए जाने की जिम्मेवारी महिला बाल विकास विभाग को सौंपी गई है। नियम अनुसार उसी ग्राम पंचायत में संचालित समूह को इसके संचालन की जिग्मेवारी दी जानी चाहिए, लेकिन यहां परियोजना अधिकारी द्वारा अपने निजी स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए दूसरे ग्राम पंचायत के समूह को साझा चूल्हा कि जिम्मेदारी सौंपी गई है। यहीं जजह है कि इस समूह संचालकों को विभाग के आला अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने के चलते वह कागजों में पोषण आहार बांट कर जमकर बंदरबाट किया जा रहा है।

इनका कहना है।

Sidhi news:मुझे भी इस संबंध की शिकायत मिली थीए उसी जांच करने आई हूंए यह सही है कि यहां सझा चूल्हा का खाद्यान्न नहीं वितरित किया जा रहा हैं। एक सप्ताह के भीतर इसकी व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी।

परियोजना अधिकारी क्रमांक एक सीधी।

Follow On WhatsApp
Follow On Telegram
---Advertisement---

Leave a Comment