Sidhi news:स्वास्थ्य कर्मियों को भी देना पड़ेगा पुलिस वेरिफिकेशन
Sidhi news:जिला चिकित्सालय में पदस्थ सिविल सर्जन का एक नया पत्र जारी हुआ है। जिसमें कि अब स्वास्थ्य कर्मियों को भी पुलिस वेरिफिकेशन देना पड़ेगा। उनके द्वारा विभागीय अमले का सूत्र बताकर यह पत्र 3 जनवरी को जारी किया गया है। उसके बाद अब स्वास्थ्य कर्मियों में नाराजगी भी कम नहीं देखी जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि कहीं आदेश नहीं है। इसके बाद भी सिविल सर्जन खुद का आदेश जारी कर इस तरह का पत्र जारी किए हैं।
Sidhi news:सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी द्वारा जारी आदेश के तहत पत्र क्रमांक 59 दिनांक 3 जनवरी को आदेश जारी किया गया जिसमें कि जिला चिकित्सा सीधी में मानव संसाधन की कार्य व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए इसराइल खान, लेखापाल, एएनएचएम स्थानीय कार्यालय सीधी को आदेशित किया जाता है कि जिला चिकित्सालय सीधी अंतर्गत संविदा एवं आउटसोर्स (तृतीय, चतुर्थ एवं कलेक्टर दर) कर्मचारियों का वेरिफिकेशन एवं समस्त दस्तावेजों का सत्यापन कराया जाना एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्यमिशन मध्यप्रदेश भोपाल के संविदा मानव संसाधन मैनुअल 2017 के बिंदु क्रमांक 04 में उल्लेखित कार्य आधारित मूल्यांकन एवं दक्षता आंकलन माह फरवरी-मार्च 2025 में प्रस्तुत किए जाने के उपरांत ही आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 का अनुबंध निरंतर किया जाना है। इसमें समस्त स्थापना लेखापाल एवं एनएचएम को निर्देशित किया जाता है कि अनुबंध के पूर्व उपरोक्त निर्देश का कड़ाई से पालन किए जाने के फलश्वरूप ही आगामी अनुबंध की नश्ती अधोहस्ताक्षरी के समक्ष प्रस्तुत किया जाए।
आदेश के बाद सिविल सर्जन पर फूटा विभाग का गुस्सा
Sidhi news:सिविल सर्जन द्वारा जो आदेश दिया गया उस पर स्वास्थ्य अमले में काफी नाराजगी है। कारण यह है कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किय गया। यदि आदेश जारी होता तो पत्र क्रमांक एवं दिनांक का हवाला सिविल सर्जन द्वारा दिया जाता। राजपत्रित अधिकारी की बात सिविल सर्जन द्वारा बताई गई। ऐसे में यह भी तथ्य सामने आया है कि राजपत्र का आदेश राज्यपाल के अंतर्गत आता है। उनके द्वारा स्पष्ट आदेश किस दिनांक में दिया गया वह भी उल्लेख सिविल सर्जन द्वारा नहीं किया गया। जबकि यह एक भ्रामक जानकारी मानी जा सकती है। इसमें राज्यपाल द्वारा आदेश की पूरी जानकारी नहीं जारी की गई है।
शासन के आदेश के तहत दी गई जानकारीः दीपारानी
Sidhi news:इस संबंध में जिला चिकित्सालय सीधी की सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी ने कहा कि शासन का आदेश है उसके तहत जानकारी दी गई है। हालाकि उनसे जब यह पूंछा गया कि शासन के आदेश का पत्र क्रमांक नहीं है फिर बात अलग कर बोला गया कि राजपत्र में यह जानकारी है। आखिर राजपत्र में जानकारी का भी उनके द्वारा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया।
आए दिन सिविल सर्जन को लेकर होती हैं शिकायतें
Sidhi news:देखा जाए तो सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी की पदस्थापना के बाद से अस्पताल में कई मरीजों की मौत लापरवाही से हुई है। डॉक्टरों पर लगाम लगाने की बजाय वह पुलिस वेरिफिकेशन मंगाकर यह दिखाना चाह रही हैं कि अपने कार्य में लगी हूं। जबकि अस्पताल में काफी अव्यवस्था है। डॉक्टर यहां समय पर आते नहीं, जो पदस्थ हैं वह भी निर्धारित समय पर ड्यूटी करने से परहेज करते हैं जिस वजह से उनके पदस्थापना के बाद से कई मौतें प्रशव वेदना के कारण या अस्पताल में अव्यवस्था के कारण हुई है। इस पर उनके द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है।