Sidhi news:कार्रवाई करने अधिकारियों को छूट रहा पसीना, निर्माण कार्यों के नाम पर किया गया भ्रष्टाचार
Sidhi news:जिले की ग्राम पंचायतों में इन दिनो अधिकारियों की सह पर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायतें भी अधिकारियों के समक्ष की जाती है लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई इनके द्वारा नही की जाती है। कुछ इसी तरह का मामला सिहावल जनपद के ददरीकला में पदस्थ रोजगार सहायक का कारनामा सामने आया था। अधिकारियों की सांठ- गांठ से इनको तीन ग्राम पंचायतो का प्रभार मिला हुआ है जिसमें अपने ठेकेदार भाई के साथ मिलकर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इतना ही रोजगार सहायक द्वारा मृतकों के नाम भी मजदूरी की राशि आहरित की गई है।
Sidhi news:शिकायत में बताया गया कि ग्राम पंचायत तरकामें स्वीकृत नवीन तालाब एवं अन्य कार्यों में मृतक व्यक्तियों के नाम से भी मजदूरी का आहरण कराया जा रहा है। मृतक नंदलाल कोल पिता हिंछोली साकेत की मृत्यु 26 अगस्त 2018 को हो चुकी है। फिर भी उक्त मृतक के नाम से मनरेगा का भुगतान 23 दिसंबर 2020, 30 दिसंबर 2020 तथा 25 जनवरी 2021 को किया गया है। इनका मस्टर रोल क्रमांक 12561, मजदूर संख्या क्र 51 तथा मृतक का जाबकार्ड नंबर 523 है। इसी तरह मृतक छोटेलाल साकेत पिता बोटई साकेत की मृत्युदिनांक 21 मई 2019 को हुई थी। इनको भी मजदूरी का भुगतान दिनांक 23 फरवरी 2020, 28 जून 2020, 5 जुलाई 2020, 12 जुलाई 2020, 6 जनवरी 2021 को किया गया है। इनका मस्टर रोल क्रमांक 22079 है।
Sidhi news: इसी प्रकार राजकुमारी पति बाबूलाल साकेत ग्राम पंचायत ददरी में मृतक भुअर यादव, केमली यादव, ग्राम पंचायत चंदवाही के मृतक शंकर पिता दशऊ साकेत, मंगल पिता समयलाल कोल, शिवकरण बंशल इत्यादि हैं। उक्त मृतकों के नाम से भी निर्माण कार्यों में मजदूरी दर्शाकर भुगतान ठिकाने लगाने का खेल चल रहा है। शिकायत में कहा गया है कि रोजगार सहायक द्वारा 10 नवीन निर्माण कार्य की स्वीकृति मिलने पर 8 या 9 कार्य ही कराया जाता है। एक या दो कार्य सिर्फ कागजो में ही पूर्ण दर्शाकर उसका भुगतान आहरित करा लिया जाता है। स्थिति यह है कि जो वास्तविक रूप से कार्य करते हैं उनको मजदूरी का भुगतान नहीं दिया जाता।
नही दी जा रही मजदूरी/
Sidhi news: श्रमिकों द्वारा बताया गया कि तीन स्टाप डेम, एक गौशाला, एक सामुदायिक भवन, एक कचरा घर और सडक के किनारे बनाई गई पक्की नाली में रात में उनके द्वारा चौकीदारी की गई थी। चौकीदारी के लिए उनकी हाजिरी 860 रात की थी। जिसमें 625 रात का भुगतान कर दिया गया। शेष 235 रात की हाजिरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है।