Sidhi news:वर्ष 2024 को अलविदा करने एवं नव वर्ष 2025 का स्वागत करने के लिए आज कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नव वर्ष का भव्य स्वागत करने के लिए शहर के मड़रिया स्थित श्री गंगा रिसार्ट में आज फिल्मी कलाकारों का जमावड़ा हुआ। यहां कलाकारों द्वारा गजलों एवं नगमों की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। कलाकारों का स्वागत करने एवं गजलों का लुत्फ उठाने के लिए यहां काफी संख्या में श्रोताओं का जमावड़ा देर रात तक लगा रहा। इसके अलावा शहर के सभी होटल नव वर्ष कीपार्टी के आयोजन के लिए बुक रहे। जिसमें लोगों की भीड़ वर्ष 2024 को अलविदा करने एवं नव वर्ष 2025 का स्वागत करने के लिए देर रात तक उमड़ती रही। नव वर्ष का स्वागत करने के लिए लोग आज बाजारों में खरीददारी करते हुए भी दिखे। चर्चा के दौरान कुछ युवाओं का कहना था कि नया रात्रर्ष लोगों के लिए बड़ी उम्मीदें लेकर आता है। नए वर्ष में सभी लोगों की इच्छा रहती है कि उनके जीवन में कुछ अच्छा हो।
Sidhi news:विद्यार्थी जहां पठन-पाठन में उत्तरोत्तर प्रगति चाहते हैं वहीं पढ़-लिखकर बेरोजगार घूम रहे युवा भी चाहते हैं कि उन्हें अच्छी आजीविका का साधन मिल सके। व्यापारी जहां अपने व्यवसाय में बुलंदी चाहता है वहीं नौकरी पेशा से जुड़े लोग भी तरक्की चाहते है। खेती- किसानी के कार्य से जुड़े जुड़े लोगों की उम्मीदें रहती हैं कि नए वर्ष में अनाज की अच्छी पैदावार मिले। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूती की राह में प्रशस्त हो सके।
मंदिरों में पूजा-अर्चना करने सुबह से उमड़ेगी भीड़
Sidhi news:नव वर्ष का आगाज कुछ लोग मंदिरों में पूजा-अर्चना करने एवं भगवान का आशीर्वाद लेने के साथ करेंगे। । जिले के सभी प्रशिद्ध मंदिरों में नव वर्ष के प्रथम दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ना शुरू हो जाएगी। यह सिलसिला शाम तक अनवरत रूप से चलता रहेगा। चर्चा के दौरान कुछ लोगों का कहना था कि शास्त्रों के अनुसार भगवान का आशीर्वाद लेने के बाद ही अच्छे कामों की शुरुआत है त होती है। नव वर्ष 2025 का शुभारंभ बुधवार से हो रहा है। इस वजह से श्रद्धालु भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना करने को विशेष महत्व देंगे। शहर के पूजा-पार्क स्थित श्री गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे ज्यादा रहेगी। भगवान श्री गणेश की वैसे भी नए कार्यों के शुभारंभ के पूर्व पूजा-अर्चना करने की परंपरा रही है। इस वजह से भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करना नव वर्ष के लिए मंगलमय एवं शुभकारी रहेगा। इसी वजह से अधिकांशश्रद्धालु भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।