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Sidhi news:गोपालदास बांध बन चुका हैं कचरा घर

Manoj Shukla

By Manoj Shukla

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Sidhi news:कागजों तक सीमत रह गया सौन्दर्याकरण का प्रयास-सफाई अभियान में फोटो खिंचवाने पहुंचते है जनप्रतिनिधि कभी

Sidhi news:शहर की पहचान रहा गोपालदास बांध आज अनदेखी का शिकार है। तत्कालीन कलेक्टर सुखबीर सिंह ने इसके सौदर्याकरण की पहल की थी। उनके बाद कई कलेक्टर आए गए लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जनप्रतिनिधि भी मामले को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे। नतीजतन गोपालदास बांध में कचरे को फेका जा रहा है। बनाए गए पक्के पनघट टूटने उखडने लगे हैं। अपनी अच्छाई एवं जिले की प्राकृतिक धरोहर के रूप में गोपालदास बांध को पहचान नहीं मिल पा रही है। अनैतिक कृत्यों एवं शराबियों के अखाड़े के रूप में गोपालदास बांध की पहचान जरूर बन रही है। अगर गोपालदास बांध पर गांधारी बने जनप्रतिनिधियों की आंखों से पट्टी हटे तो गोपालदास बांध को थोड़ी सी व्यवस्था में रीवा के रानी तालाब की तरह जरूर सवांरा जा सकता है।

Sidhi news:करीब 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थिति गोपालदास बांध का एक बहुत बड़ा हिस्सा प्रशासन की बेरूखी के कारण अतिक्रमण की चपेट में है। वहीं गोपालदास बांध में जल संवर्धन क्षमता भी पर्याप्त है। इस तालाब का सौंदर्याकरण कर समुचित उपयोग किया जाए तो गोपालदास बांध शहर की एक व्यवस्थित चौपाटी के रूप में उभर सकता है। साथ ही सुबह-शाम सैर सपाटे के रूप में भी शहरवासियों को एक व्यवस्थित स्थल मिल जाएगा। गोपालदास बांध का सौंदर्याकरण की दृष्टि से यहां पर लाइटिंग व्यवस्था अनिवार्य मानी जा रही है। वहीं बांध के खाली किनारे पर अच्छी घास का रोपड़ करा दिया जाए तो बांध की सुंदरता को चार चांद लग जाएगे। 

अतिक्रमण की चपेट में एक-तिहाई हिस्सा 

Sidhi news:10 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल वाले गोपालदास बांध का एक तिहाई क्षेत्रफल अतिक्रमण के चपेट में है। पानी सेरिक्त रहने वाले जगह में जहां कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर खेती के रूप में उपयोग किया जा रहा है वहीं कई लोगों ने अतिक्रमण कर अपना आशियाना सजा लिया है। इतना ही नहीं कई लोगों ने भूमि चिन्हित कर बाउंड्री वाल का निर्माण कर अतिक्रमण किया है। इस पर प्रशासन की निगाह नहीं पड़ रही है। शहर की पहचान बन सकता है बांध / बुद्धिजीवियों की

मानें तो सौंदर्याकरण के बाद बांध

Sidhi news:शहर की पहचान बन सकता है। रीवा के रानी तालाब की तरह इसे भी कायाकल्प की दरकार है। सौंदर्याकरण से यहां चौपाटी एवं सैर-सपाटे के लिए व्यवस्थित स्थान मिल सकता है। वोटिंग सुविधा भी उपलब्ध कराई जा सकती है, जिससे न सिर्फ आमजन को सुकून मिलेगा, बल्कि नगर पालिका प्रशासन की आय भी बढ़ जाएगी। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार बना हुआ है।

तत्कालीन कलेक्टर ने की थी पहल 

Sidhi news:तत्कालीन कलेक्टर सुखबीर सिंह ने गोपालदास बांध के सौंदर्याकरण को लेकर पहल की गई थी। उनकी पहल पर सिंचाई विभाग द्वारा बांध के किनारे में कुछ घाटों का भी निर्माण कराया गया था। सौंदर्याकरण के लिए बिजली के पोल भी लगा दिए गए थे जहां व्यवस्थित लाइटिंग की जानी थी। लेकिन सुखबीर सिंह का स्थानांतरण हो जाने से बांध का सौंदर्याकरण अतीत के गर्त में समा गया। गोपालदास बांध के सौंदर्याकरण को लेकर कलेक्टर की सार्थक पहल को जनप्रतिनिधि हाथों हाथ लिया था। चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल के नेतृत्व में कांग्रेसियों द्वारा गोपालदास बांध का गहरीकरण भी किया गया था। इसकी कई बार कार्ययोजना तैयार की गई लेकिन अभी तक जमीन पर मूर्त रूप नही ले सकी है।

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मै मनोज कुमार शुक्ला 9 सालों से लगातार पत्रकारिता मे सक्रिय हूं, समय पर और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना ही मेरी पहली प्राथमिकता है।

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