Sidhi news: सैया भए कोतवाल तो अब डर काहे का, नर्सों के भरोसे हो रहा लोगो का उपचार
बीएमओ आर के वर्मा के पदस्थ होने के बाद से हालात हुए बद से बत्तर
Sidhi news : सीधी जिले का एक ऐसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी है जहां पर इलाज डॉक्टर नहीं नर्स करते हैं। डॉक्टर सिर्फ अपना चेहरा दिखाने के लिए यहां आते हैं और उसके बाद चले जाते हैं उन्हें मरीजों से कोई मतलब नहीं है। साथ ही उनका कहना है कि जिला प्रशासन मेरी मुट्ठी में है मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। हालांकि ऐसा होता हुआ भी दिखाई देता है क्योंकि इतनी अनियमित और शिकायत करने के बाद भी जिला प्रशासन के कानों में जू तक नहीं रेग रही।
दरअसल हम बात कर रहे हैं सीधी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया की जहा एक हफ्ते से लोगो ने यहाँ डॉक्टर को नहीं देखा है। बिना उपचार के मरीज वापस लौट रहे है।
सीधी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया में डॉक्टर तो पदस्थ है लेकिन एक हफ्ते से कोई भी डॉक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया के ओपीडी में नहीं बैठ रहे हैं। बीएमओ आरके वर्मा द्वारा CHO वा एनम को डॉक्टर बनाकर ओपीडी में बैठाया जा रहा है।
जो भी आते हैं वो कोरम पूर्ति करके चले जाते हैं, हद तो तब हो गई जब सामुदायिक स्वास्थ्य सेमरिया में सोमवार के दिन देखा गया की 200 से ज्यादा मरीज ₹10 देकर पर्ची तो कटा लिए लेकिन सुबह 9 बजे से करीबन 1 बजे तक इंतजार करते रहे। लेकिन डॉक्टर फिर भी वहा नहीं आए।
Sidhi news : वही आयरन डोज चढ़वाने आई महिलाएं ड्यूटी पर पदस्थ राजकुमारी पटेल व शिवराज सिंह स्टाफ नर्स द्वारा मरीजों को लौटा दिया गया,और मरीजों को बिना उपचार के ही लौटना पड़ा। जिसके कारण मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
वही जब समाजसेवियों ने इसका विरोध किया तो डॉक्टर साहब सिर्फ चेहरा दिखाने के लिए आ गए और उसके बाद वहां से भाग गए। हालांकि यह सिर्फ लापरवाही केवल नियमों की नहीं है बल्कि सीएमएचओ और जिला कलेक्टर को इसकी जानकारी होने के बाद भी वह कार्यवाही नहीं कर रहे हैं या नहीं सीधा दिखाई दे रहा है कि इसमें भी उनकी मिली भगत है।
बहरहाल देखने वाली बात यह है कि इस पर कलेक्टर एसडीएम तथा जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं और क्या कार्यवाही करते हैं।