Sidhi news:प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के कार्य सीधी जिले के गांवों में ठेका लेने वाली कंपनी की मनमानी के भेंट चढ़ चुके हैं। यहां का कार्य संविदाकार को मिला है। संविदाकार द्वारा मुख्य सड़क के पटरी की पूरी तरह से खुदाई करके पाईप लाईन डाली जा रही है। पाईप लाईन को डालने के दौरान यह ध्यान नहीं रखा गया कि मुख्य सड़क होने के कारण यहां से रात-दिन वाहन गुजरते हैं। इस वजह से खोदी गई मिट्टी को सही तरीके से व्यवस्थित कराया जाए। सड़क की पटरी पर मिट्टी के देर जगह- जगह लगे हुए हैं। पाईप लाईन डालने के दौरान खोदी गई मिट्टी को जेसीबी मशीन से आधी सड़क में रखा गया था। पाईप लाईन डाले जाने के बाद मिट्टी की पटाई करा दी गई। लेकिन सड़क के आधे हिस्से में अब भी मिट्टी काफी मात्रा में मौजूद होती है। सही तरीके से साफ-सफाई सड़क की न कराने के कारण हल्की बारिश में ही सड़क में मौजूद मिट्टी के कारण फिसलन बढ़ जाती है। इसी वजह से यहां से गुजरने वाले वाहनों के पहिए फिसलने लगते हैं। सबसे ज्यादा जोखिम दो पहिया वाहन सवारों के लिए है। रात के समय यदि सड़क में मौजूद मिट्टी के चलते सावधानी नहीं बरती गई तो सड़क हादसा होना तय है।
चर्चा के दौरान मझौली एवं चुरहट अंचल के ग्रामीणों ने बताया कि संविदाकार द्वारा पाईप लाईन डालने के दौरान जमकर मनमानी की जा रही है।
Sidhi news:संविदाकार द्वारा जेसीबी मशीन के माध्यम से ही सड़कों के किनारे पटरी पर पाईप लाईन डालने के लिए खुदाई का कार्य कराया जा रहा है। पाईप लाइन डालने के बाद आनन-फानन में मिट्टी की पटाई करा दी जाती है। इसमें यह देखने की जरूरत नहीं समझी जाती कि बेमौसम बारिश होने पर बड़े हादसे हो सकते हैं। इस वजह से मुख्य सड़क के आधे हिस्से में मौजूद मिट्टी को साफ कर दिया जाए। इसके अलावा मुख्य सड़क की पटरी को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। संविदाकार द्वारा मनमानी तरीके से सड़क की पटरी को क्षतिग्रस्त कर पाईप लाईन डालने का काम कराया जा रहा है। उसके कारण लगातार सड़क हादसे होते रहेंगे।
Sidhi news:इसका मुख्य कारण यह है कि सड़क की मुख्य पटरी को खोदकर पाईप लाईन डाली गई है। बाद में ऊपर से मिट्टी की पटाई भी मनमानी तौर पर कराई गई। बारिश होने पर डाली गई मिट्टी बैठेगी और साइड लेने के दौरान यदि वाहन सडक की पटरी पर आए तो पाईप लाईन के गड्ढे में भी फंस कर दुर्घटना के शिकार होंगे।
बिना अनुमति के पीसीसी सड़कों में काम
Sidhi news:जल निगम के कार्य में लगे संविदाकारों द्वारा काम करने के लिए पंचायत एवं जनपद पंचायत से कोई अनुमति लेना भी जरूरी नहीं समझा जा रहा है। संविदाकार के नुमाइंदे पूरी तरह से मशीनों से लैश हैं। उनके द्वारा मुख्य सड़क के साथ ही ग्राम पंचायतों में भी मनमानी तौर पर काम करने की कवायत शुरू कर दी गई है। ऐसा आभाष होता है कि ग्राम पंचायतों में आवागवन के लिए जिन सड़कों को लाखों के में बजट से बनाया गया है उनको भी पाईप लाईन बिछाने के नाम पर पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया जाएगा। संविदाकार के जो कर्मचारी मौके पर काम कर रहे हैं। उनके द्वारा लोगों की कोई भी बात नहीं सुनी जा रही है। यहां तक कि पंचायत के नुमाइंदे भी मौके पर पहुंचकर यदि मनमानी तौर पर किए जा रहे काम के संबंध में समझाइस देते हैं तो उसको भी अनसुना कर दिया जाता है। वहीं जल निगम के इंजीनियरों को मौके पर आकर निरीक्षण करना चाहिए। फिर भी वह मौके पर नहीं आते। इसी वजह से संविदाकार द्वारा आनन-फानन में काम कराने का सिलसिला शुरू किया गया था। संविदाकार का प्रयास है कि पाईप लाईन डालने का काम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। उसके मनमानी काम से सरकारी संपत्ति को भले ही भारी नुकसानी हो जाए। संविदाकार द्वारा यदि इसी तरह से मनमान तौर पर काम कराया गया तो ग्राम पंचायतों के अंदर आवागवन के लिए जो सड़कों का जाल फैला हुआ है वह पूरी तरह से तबाह हो जाएगा।