संवाददाता अनिल शर्मा
Sidhi news:सीधी जिले के कुसमी विकासखंड अंतर्गत सरकारी स्कूलों में दिए जाने वाले मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) से संबंधित है, जहाँ बच्चों को निर्धारित मेन्यू (Menu) के अनुसार पौष्टिक भोजन नहीं मिल रहा है। और जिम्मेदारी अधिकारी छात्रावासो और विद्यालयों में भोजन पर सुधार नहीं ला पा रहे हैं।
कुछ इसी तरह का मामला विकासखंड कुसमी के प्राथमिक विद्यालय तेलियांन टोला कोटा का वीडियो वायरल हुआ है इसमें ग्रामीणों ने परोसे हुए मध्यान भोजन की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया है
जिसमें स्पष्ट दिख रहा है कि परोसे गये बच्चों के थाली पतली दाल एवं पानी युक्त कम सब्जी और थोड़ा चावल के अलावा कुछ नहीं दिया गया वीडियो वायरल के बाद प्रसाशन पर सवाल उठने शुरू हो गया है।
Sidhi news:बताते चलें इस तरह के कई मामले सोशल मीडिया में वायरल हुआ और खबरें भी प्रकाशित की गई लेकिन जिम्मेदार शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा मामला रफा दफा कर दिया जाता है।जिससे मध्यान भोजन की स्थिति लगभग कुसमी ब्लॉक में गुणवत्तायुक्त नहीं चल रही है।
*मेन्यू का पालन न होना*
Sidhi news:विकासखंड कुसमी अंतर्गत ज्यादातर स्कूलों में छात्रों को साप्ताहिक मेन्यू में निर्धारित विविध और पौष्टिक भोजन नहीं दिया जाता है। उन्हें अक्सर एक ही तरह का या गुणवत्ताहीन खाना मिलता है (जैसे सिर्फ दाल-चावल, पानी जैसी दाल, या पानी बाली सब्जी परोसी जा रही है।
*पोषक तत्वों की कमी*
मेन्यू में निर्धारित हरी सब्जियां, फल, खीर, पूड़ी, अंडा/केला जैसे पोषक तत्व अक्सर गायब होते हैं, जिससे बच्चों को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है।
*खराब गुणवत्ता*
भोजन की गुणवत्ता अक्सर खराब होती है, जिससे बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
*भ्रष्टाचार और अनियमितताएं* कुसमी आदिवासी विकासखंड के अंतर्गत आने वाले छात्रावासो और विद्यालयो में अनियमितताओं में यह भी शामिल है कि उपस्थिति कम होने के बावजूद कागजों में अधिक बच्चों को भोजन देने का दावा किया जाता है ताकि अधिक सरकारी सहायता प्राप्त की जा सके।
*विधायक ने भी चिंता जाहिर की*
छात्रावासो एवं विद्यालयों में मिल रहे भोजन को लेकर धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम के द्वारा कई बार अधीक्षको एवं जिम्मेदारों को फटकार लगाई गई है और उन्होंने जूरी विद्यालय उद्घाटन के दौरान उपस्थित अधिकारी एसी सीधी को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा है की हॉस्टलों एवं विद्यालयों में लगातार जांच होती रहे तभी व्यवस्था दुरस्त हो सकती है।
*प्रशासनिक कार्रवाई*
Sidhi news:शिकायतें मिलने पर प्रशासन द्वारा जांच के आदेश दिए जाते हैं और अनियमितता पाए जाने पर समूह/प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई कड़ी कार्यवाही नहीं हो पाती।
यह एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि मिड-डे मील योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पोषण देना और उन्हें स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करना है। मेन्यू का पालन न होने से योजना का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता है।
इनका कहना है
मामले की जानकारी मिली है जांच की जायेगी और कार्यवाही भी होगी,
एसडीएम कुसमी
वी के आनंद
