Sidhi news: मोगली पलटन का सूझो-बूझो, सैर-सपाटा
संवाददाता अविनय शुक्ला
Sidhi news: विज्ञान में रुचि रखने वाला शायद ही कोई विद्यार्थी या शिक्षक हो जो प्रोफ़ेसर एच सी वर्मा के नाम से परिचित ना हो। प्रो. वर्मा आई॰आई॰टी॰ कानपुर में प्राध्यापक रहे हैं।
Sidhi news: आपकी लिखी पुस्तक “कॉन्सेप्ट्स ऑफ फ़िज़िक्स” को विज्ञान की दुनिया में वही दर्जा प्राप्त है जो धर्म की दुनिया में गीता या बाइबल को मिला हुआ है। जिस तरह रामचरित तो पहले भी खूब लिखे गए पर गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस ने झोपड़ी से लेकर महल तक रामकथा को पहुँचा दिया। इसी प्रकार फ़िज़िक्स की कई क्लासिक किताबें पहले भी लिखी गयीं हैं और बाद में भी, पर एक भी कॉन्सेप्ट्स ऑफ फ़िज़िक्स जैसी लोकप्रियता हासिल नहीं कर सकी। सहजता, बोधगम्यता और गहरायी; इस पुस्तक की भी वही विशेषताएँ हैं जो इसके लेखक की। प्रो॰ एच सी वर्मा को विज्ञान शिक्षा में उनके योगदान के लिए माननीय राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री से नवाजा गया है। ऋषिकेश फ़ाउण्डेशन के प्रवक्ता सचिन पाण्डेय ने बताया है कि मोगली पलटन के 14 बाल सेनानियों को प्रो.एच सी वर्मा से भेंट करने का अवसर प्राप्त हुआ है। मोगली पलटन 3 नवम्बर को कानपुर रवाना होगी और 6 नवम्बर को वापस होगी। आई॰आई॰टी॰ या एम्स में पढ़ना लाखों लाख विद्यार्थियों का सपना होता है, माता-पिता का अरमान होता है। इन्ही अरमानों को पूरा करने के दावे के साथ कोटा में कोचिंग फ़ैक्टरी का जाल बिछ गया है। इन कोचिंग में पढ़ाने वाले मास्टरों की बोली लगती है; जैसे आईपीएल तमाशा में खिलाड़ियों की लगती है। कुछ मास्टर तो करोड़ों में बिकते हैं।
Sidhi news: इसी बोली में प्रो एच सी वर्मा की भी बोली लगाने की कोशिश कई बार की गयी; पर सबसे अधिक दाम बोले जाने पर भी प्रो वर्मा ने बिकने से इंकार कर दिया। प्रो. वर्मा का मानना है कि भारतीय शिक्षा प्रणाली रटो,घोटो,उगलो की भागम भाग रैबिट रेस पर ज़ोर देती है। इससे बच्चा आई॰आई॰टी॰ जैसी परीक्षाएँ तो पास कर लेता है पर उसकी विषयवस्तु के प्रति ना तो आत्मिक अभिरुचि होती है और ना ही पर्याप्त समझ। परिणामतः इन बड़े-बड़े संस्थानों में बड़े-बड़े मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र भी बने हुए हैं। प्रो. वर्मा ने वर्तमान शिक्षापद्धति के दोष-विमोचन की ख़ातिर “शिक्षा सोपान” नामक वैकल्पिक शिक्षा मॉडल विकसित किया है। शिक्षा सोपान के अंतर्गत सोपान आश्रम का संचालन किया जा रहा है। सोपान आश्रम में पाँचवीं के विद्यार्थी से एमएससी के शोधार्थी तक; और साधारण किसान से किराना के व्यापारी तक के लिए शिक्षण कार्यक्रम हैं। प्रो. वर्मा का मानना है कि व्यक्तिगत जीवन और सामाजिक जीवन को सम्पूर्णता में साधकर ही जीवन संधारणीय हो सकता है। सोपान आश्रम इसी सोच का मूर्त रूप है। मोगली पलटन के बाल सेनानियों को एच सी वर्मा सर से मिलने का दुर्लभ अवसर मिला है। सचिन पाण्डेय ने ऋषिकेश फ़ाउण्डेशन और मोगली पलटन की तरफ़ से प्रो. एच सी वर्मा को इस अनुग्रह हेतु धन्यवाद धन्यवाद दिया है।