Sidhi news:कुसमी। जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायतों में प्रशासनिक लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। तीन साल बीत जाने के बाद भी जनपद के रिकॉर्ड में सरपंचों और सचिवों के नाम अपडेट नहीं किए गए हैं। इससे न केवल प्रशासनिक कार्यों में बाधा आ रही है, बल्कि नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी असुविधा हो रही है।
पुराने नाम अब भी दर्ज, मेडरा सरपंच ने जताई आपत्ति
Sidhi news:मेडरा पंचायत के वर्तमान सरपंच कुंवर देव ने इस लापरवाही पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने बताया कि अभी भी सरकारी दस्तावेजों में पूर्व सरपंच गुलाब कली का नाम दर्ज है। यही स्थिति अन्य पंचायतों में भी बनी हुई है, जहां पुराने सरपंचों, सचिवों और ग्राम रोजगार सहायकों (जीआरएस) के नाम बदले नहीं गए हैं।
पुराने मोबाइल नंबर भी दर्ज, संचार में दिक्कत
Sidhi news:सरकारी रिकॉर्ड में केवल नाम ही नहीं, बल्कि संपर्क नंबर भी पुराने सरपंचों के दर्ज हैं। इससे शासन के निर्देश और योजनाओं की जानकारी वर्तमान सरपंचों तक नहीं पहुंच पा रही है। जब किसी भी योजना से जुड़ी जानकारी भेजी जाती है, तो वह पूर्व सरपंच के नंबर पर जाती है, जिससे प्रशासनिक असमंजस की स्थिति बन रही है।
जनपद प्रशासन की लापरवाही उजागर
Sidhi news:ग्राम पंचायतों में यह लापरवाही जनपद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। सरपंचों और सचिवों के नाम अपडेट न होने से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में भी देरी हो रही है।
जल्द सुधार की मांग
Sidhi news:नवनिर्वाचित सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों ने जनपद पंचायत से मांग की है कि जल्द से जल्द रिकॉर्ड अपडेट किया जाए, ताकि प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सकें। यदि इस पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया तो सरपंच संघ इसके खिलाफ आंदोलन करने पर भी विचार कर सकता है।