Sidhi news: दीपावली के पहले रंग रोगन का काम जोरों पर है। लोग घर व दुकानों को रंगने की जुगत में लग गए हैं।
संवाददाता अविनय शुक्ला (7723041705)
Sidhi news: इस वर्ष भी ब्रांडेड रंगों की मांग बाजार में अधिक है। अच्छी कंपनियों के आउटलेट पर ग्राहक उमड़ रहे हैं। रंग की दुकानें ग्राहकों से सज गई हैं। लोग अपनी रुचि के अनुसार पेंट खरीद रहे हैं। ग्राहक गुणवत्ता को प्राथमिकता देने रहे हैं।
Sidhi news: कारोबारियों का कहना है कि डिस्टेंपर और इनेमल पेंट की मांग बढ़ी है। चूना और अन्य सामग्री की कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। महंगाई के बावजूद दीपावली से पहले लोग घरों और प्रतिष्ठानों में रंग रोगन का काम करवा रहे हैं। इस कारण सुस्त पड़े पेंट बाजार में रौनक आ गई है। कारोबारियों का कहना है कि अब लोग चूने की जगह डिस्टेंपर और इनेमल पेंट लगवा रहे हैं। ऐसे में पेंट कारोबार को फायदा हो रहा है। गतवर्ष की तुलना में रंगों के दामों में अलग-अलग ब्रांड के हिसाब से लगभग 15 से 20 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। जबकि कारीगरों की मजदूरी भी बढ़ गई है। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर पर करीब 100 से अधिक दुकानें पेंट की हैं। यहां लोग खरीदारी कर रहे हैं।
जेब अधिक ढीली करने की आ गई नौबत
Sidhi news: व्यवसायियों का कहना है कि साल भर कम बिक्री होती है। लेकिन त्योहार पर रंगों की डिमांड काफी बढ़ जाती है। ऐसे में उम्मीद है कि पेंट का बाजार 40-50 लाख का रह सकता है। त्योहार पर कमजोर वर्ग के लोग चूना से पुताई कराकर काम चला लेते थे, लेकिन अब चूने के दाम में भी एक साल के अंदर 50 फीसदी बढ़ोतरी हो गई है। कारोबारियों के अनुसार गत वर्ष 10 रुपए किलो बिकने वाला चुना अब 15 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। अन्य पेंट और डिस्टेम्पर आदि के दाम भी बढ़ जाने से जेबें अधिक ढीली करने की नौबत आ गई है। ऐसी स्थिति के बाद भी अपने घरों की दीवारों को चमकाने में लोग जुटे हैं