Sidhi news:सीधी राइस मिल उद्योग संघ के साथी भी रहें शामिल
Sidhi news:अपनी समस्याओं को लेकर मध्य प्रदेश चावल उद्योग महासंघ सामने आया है। राजधानी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सीधी राइस मिल उद्योग संघ के साथी भी पहुंच कर अपना विरोध दर्ज कराते हुए मांगो को लेकर सड़क में प्रदर्शन किया हैं।
Sidhi news:गौरतलब हो कि मंगलवार को भोपाल के गुजराती भवन में चावल महासंघ ने कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें अनेक समस्याएं गिनवाई गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राइस मिल उद्योग संघ के प्रवक्ता विनीत शुक्ला ने कहा कि भारत सरकार की खाद मंत्रालय की टीम द्वारा प्रदेश के कुछ जिलों में उपार्जन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर किसानों से उपार्जित धान की अगस्त 2024 में टेस्ट मिलिग स्वयं के अधिकारियों की देखरेख में करवाई गई। जिसमें यह स्पष्ट होगया की शासन द्वारा उक्त धान की मिलिंग से प्राप्त चावल की निर्धारित झड़ती 67 फीसदी से कम आती है। चावल का टूटना 25 फीसदी से अधिक होता है। जिससे उसकी भरपाई में मिलर्स को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। अपग्रेडेशन राशि के आदेश भी जारी नहीं किए गए हैं।
Sidhi news:इन मांगों को लेकर उठाई गई आवाजः संघ के सचिव सौरभ सिंह बघेल ने बताया कि भोपाल में आयोजित कार्यक्रम केदौरान विभिन्न मांगो को लेकर प्रदर्शन किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से टेस्ट मिलिंग के अनुसार चावल जमा हो, नई नीति में महासंघ के अनुसार संशोधन हो, मिलिंग राशि 2 सालों की तत्काल की जाय, परिवहन की राशि परिवहन करता की रेट से मिलर को मिले। हिमाली दर पुराने रेट पर दी जाए, चावल की गुणवत्ता को चेक करने के लिए अंतिम अधिकारी नियुक्त हो अगर चावल एक बार पास हो तो कुछ दिन बाद उसे फैल न कर दिएजाय। धान की गुणवत्ता हेतु विधिवत व्यवस्था बनाई जाए व मिलर को भी धान के गुणवत्ता टीम में शामिल किया जाय।
कारोबारियों में दिखा आक्रोश
Sidhi news:संघ के अध्यक्ष नीतेश गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश चावल महासंघ एवं जिला राईस मिल एसोसियन द्वारा बार बार आग्रह करने के बाद भी शासन द्वारा जिले के मिलर्स की समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया है जिसकी बजह से जिले के मिलर्स परेशान है, एवं वर्ष 2024-25 में उपार्जित होने वाली धान की मिलिंग कार्य करने में असमर्थ है,
Sidhi news:जिले के मिलर्स द्वारा वर्ष 2022-23 एवं 23-24 में जमा किये गए बारदाने की उपयोगिता व राशि अतिरिक्त जमा की गई राशि परिवहन एफआरएस की राशि का भुगतान आज तक नहीं किया गया। जिसकी वजह से बैंक की किस्ते जमा न होने की स्थिति में मिलर्स बैंक में डिफाल्टर होने की स्थिति में आ गए हैं। इस दौरान संघ के उपाध्यक्ष सूर्य प्रकाश द्विवेदी भी मौजूद रहें।