Sidhi news:शहर में नवीन नल जल योजना के तहत दो वर्ष पूर्व ठेका पद्धति से नई पाइप लाईन डालने का काम कराया गया था। नगर पालिका परिषद सीधी द्वारा कराए गए कार्य में ठेकेदार द्वारा काफी घटिया पाइपलाईन डाली गई। जिसके चलते उनके फटने का क्रम अनवरत रूप से चल रहा है। स्थिति यह है कि एक स्थान पर पाइप लाईन का सुधार कराया जाता है तो दूसरे स्थानों में पाइप लाईन फट जाती है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा मोहल्लों में प्लास्टिक पाइप के माध्यम से जो पाइप लाईन डाली गई है उसकी क्वालिटी काफी घटिया थी।
Sidhi news:आनन-फानन में पाइप लाईनों की टेस्टिंग का कार्य करके उस दौरान जहां शिकायत थी सुधारकरा दिया गया। इसके बाद कमीशन के चलते ठेकेदार का पूरा भुगतान भी कर दिया गया। वर्तमान में स्थिति यह है कि जमीन के नीचे डाली गई प्लास्टिक की पाईप जगह-जगह से अपने आप फट रही हैं। जिसके चलते पूरे मोहल्ले में नल जल सप्लाई बाधित हो रही है। सम्राट चौक में पाइप लाईन के फटने पर उसका सुधार अभी कराया गया। इसके बाद दो दिनों से कोटहा स्कूल के पीछे पाइप लाईन के फट जाने से जलापूर्ति ठप्प हो गई। मोहल्लेवासियों का कहना है कि सुबह 6 बजे से नल में पानी आना चाहिए लेकिन घर के अंदर नल से पानी पहुंचने की बजाय जहां पर पाइप फटा है वहीं से पानी निकल रहा है। कुछ घंटे के लिए पाइप लाईन से तेज पानी निकलने के कारण तालाब जैसा निर्मित हो जाता है। सड़क डूब जाती है और नालियों से नल का पानी बहता रहता है। मोहाने के लोगों को पानी न मिलने के कारण वह हैंडपंप या फिर निजी बोर से पानी भरनेके लिए मजबूर है। इस संबंध में नगर पालिका में शिकायत 2 दिसंबर को सुबह ही की गई। आज दूसरे दिन भी जिस स्थान पर पाइप लाईन फटी है वहां का सुधार कार्य न होने के कारण लोगों को तीसरे दिन भी जल संकट के हालत से गुजरना पड़ेगा।
गुणवत्ताविहीन डाले गए प्लास्टिक पाइप
Sidhi news:नवीन नल जल योजना के तहत करोड़ों का बजट खर्च होने के बाद भी शहर के लोगों को नल से पानी मिलने में तरह-तरह की दिकतें सामने आ रही हैं। ठेका पद्धति से पाइप लाईन डालने का काम किया गया। मुख्य पाइप लाईन में लोहे की पाइप डाली गई है। उसकी गुणवत्ता भी सही नहीं है। वहीं मोहल्लों में जो पाइप लाईन डाली गई है उसमें प्लास्टिक पाइप लाईन के डालने के कारण उसके फटने का सिलसिला भी अनवरत रूप से चल रहा है। बताया गया है कि ठंड के दिनों में घटिया प्लास्टिक पाइप के फटने का सिलसिला और भी तेज हो जाएगा। चर्चा के दौरान कुछ नागरिकों का कहना था कि नवीन पाइप लाईन में कनेक्शन का काम भी ठेका पद्धति से ही कराया गया है। लोगों के घरों में पहले जो पाइप लाईन लगी थी उसके स्थान पर प्लास्टिक की घटिया पाइप लाईन से कनेक्शन किया गया। जिसके चलते लोग काफी परेशान हैं। ठेकेदार द्वारा जिस पाइप से कनेक्शन किया गया है उसकी क्रालिटी काफी घटिया होने से वह भी पूरी तरह से नष्ट हो रही है। कनेक्शन के पाइपों के टूटने का सिलसिला छः महीने के अंदर ही शुरू हो गया था।