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Sidhi news:जनपद उपाध्यक्ष एवं पंच के समर्थन में एकजुट हुए ग्रामीण, सौंपा प्रशासन को ज्ञापन 

Manoj Shukla

By Manoj Shukla

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Sidhi news:जनसुनवाई में बड़ी संख्या पहुचे ग्रामीण

Sidhi news:पुलिस अधीक्षक से मिले ग्रामीण

Sidhi news:जनपद पंचायत मंडला के उपाध्यक्ष एवं पांच के समर्थन में बड़ी संख्या में ग्रामीण मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है। कलेक्टर को सोपे अपने ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि 19.12.2024 को बम्हनी थाना अंतर्गत हमारे क्षेत्र के जनपद पंचायत मण्डला के उपाध्यक्ष संदीप सिंगौर एवं ग्राम पंचायत ग्वारा के पंच लेखराम जंघेला के विरूद्ध सरपंच ग्राम पंचायत ग्वारा ममता उइके द्वारा मिथ्या प्राथमिकी की गई है जिसकी न्याययिक जांच नियमानुसार कराने की मांग की गई है। यह कि ग्राम पंचायत ग्वारा के सरपंच ममता उड़के के द्वारा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष संदीप सिंगौर एवं ग्राम पंचायत पंच ग्वारा लेखराम जंघेला के ऊपर आरोप लगाया कि बिना शासकीय एवं बिना निलामी फर्जी पंचनामा तैयार कर शासकीय भवन प्राथमिक शाला को ध्वस्त कर मलमा ले जाया गया। माध्यमिक शाला की डिस्मेन्टल की कार्यवाही ग्राम पंचायत उपसरपंच ग्वारा एवं समस्त पंच एवं ग्रामवासियों द्वारा पंचनामा दिनांक 01.10.2024 द्वारा तैयार कर ग्रामवासियों के द्वारा कार्यवाही की गई है। लगाया गया आरोप मिथ्या एवं बेबुनियाद है। इसके साथ ही बताया कि हम समस्त ग्रामवासी ग्राम ग्वारा एवं पंच ग्राम पंचायत ग्वारा द्वारा इस बात के लिये सहमति दी है कि ग्राम पंचायत ग्वारा में जर्जर शाला भवन का मेटेरियल चीप, पत्थर, बांस बल्ली इत्यादि मलमा सरपंच ग्वारा द्वारा पूर्व में ही वर्ष 2023-2024 में ही जर्जर भवन से उतारकर बिना ग्राम पंचायत की अनुमति लिये बिना तथा निलामी के कार्यवाही को अपने पद का दुरूपयोग करते हुये मनमाने ढंग से गुपचुप तरीके से बेचा जा चुका है। चूंकि भवन में छप्पर पर बल्ली चीप न होने के कारण बरसात के कारण दीवारें कमजोर होकर गिरने लगी थी। जिससे पाठशाला में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को इस बात का खतरा बना हुआ था कि कहीं दीवारें गिर न जाए। ग्राम पंचायत ग्वारा सरपंच ममता उइके को स्कूल के प्राचार्य ने भी लगातार पत्र लिखकर यह कहा गया है कि क्षतिग्रस्त भवन की दीवारें को तत्काल हटाया जावे। इसी प्रकार क्षतिग्रस्त भवन की दीवारों को हटाने के लिये प्रभारी प्रधानाध्यापक एकीकृत शासकीय माध्यमिक शाला ग्वारा विकासखंड मण्डला के द्वारा अध्यक्ष पालक शिक्षक संघ शासकीय माध्यमिक शाला ग्वारा विकासखंड मण्डला द्वारा सरपंच ग्राम पंचायत को अवगत कराया गया, जिसमें सरपंच ग्राम पंचायत द्वारा अपने मनमाने तरीके से पंचायतराज एवं ग्राम स्वराज्य अधिनियम 1993 की बनाई गई आदर्श उपविधियों को दरकिनार करते हुये नियमों का पालन नहीं किया गया। जिसकी न्यायायिक जांच कराया जाना उचित होगा। शाला के प्रधानाध्यापक द्वारा माध्यमिक शाला भवन की दीवारों को गिराकर वहां से मलमा हटाने की कार्यवाही हेतु लिखा गया परंतु सरपंच द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। सरपंच ग्राम पंचायत द्वारा आरोप लगाया गया कि बिना शासकीय आदेश बिना निलामी के उपाध्यक्ष जनपद पंचायत मण्डला संदीप सिंगौर एवं पंच ग्राम पंचायत ग्वारा लेखराम ने माध्य, शाला ध्वस्त कर मलमा ले गये। यह कि उक्त कृत्य ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा किया गया जो कि एक जिम्मेदार पद पर रहते हुये यह कार्य किया है। इसकी भी जांच आवश्यक है। ग्रामीणों ने बताया कि जिला पंचायत मण्डला की एक जांच टीम दिनांक 29.06.2023 के समक्ष में सरपंच ग्राम पंचायत ममता उइके सचिव अनिल तेकाम एवं अशोक उददे ने यह स्वीकार किया है कि अनुविभागीय अधिकारी एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अनुमति के बाद सरपंच एवं सचिव स्वयं ने बिना निविदा नीलामी के शासकीय भवन का मलमा चीप पत्थर लकडी निकालकर बेच दिया गया है एवं खुद मटेरियल ग्राम पंचायत ग्वारा की निगरानी में रखा गया है। समस्त ग्रामवासी एवं उपसरपंच एवं पंच ग्राम पंचायत ग्वारा की उपस्थिति में प्रशासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी पंचायत समाज शिक्षा संगठक (पीसीओ) अजय जाधव सचिव राजकुमार सिरसाम के समक्ष सचिव राजकुमार द्वारा पंचनामा तैयार कर सरपंच को चूंकि वह मण्डला में रहती हैं। ग्राम पंचायत आने में असमर्थता जाहिर करते हुये दूरभाष पर उनके द्वारा निर्देश दिया गया कि मैं अपनी सहमति माध्यमिक शाला भवन की जर्जर दीवारों को ध्वस्त कर मलमा वहीं पर रखा जावे जो कि वर्तमान में भवन का मलमा उसी स्थान पर रखा हुआ है। ग्रामीणों ने कहना है कि

Sidhi news:नवदुर्गा बैठकी स्थापना का आयोजन एवं रामलीला का आयोजन उसी जर्जर दीवार से लगा हुआ शाला भवन प्रांगण जहां पर खैरमाई मंदिर है आयोजन किया जाना था। यहां पर गांव की माता बहने बुजुर्ग एवं आसपास के ग्रामवासियों के आने वाले सभी नागरिक एवं बच्चों को जर्जर दीवारों के कारण अत्यधिक खतरा बना हुआ था। लगभग 15 दिनों से लगातार हम सभी ग्रामवासियों द्वारा संरपंच ग्राम पंचायत ग्वारा को अवगत कराया गया कि जर्जर दीवारों को उक्त स्थान से हटाया जावे पर सरपंच ग्राम पंचायत द्वारा आजकल करते हुये बात को टालती रही, जब 03 दिवस ही बैठकी नवरात्रि के बचे थे तब ऐसी स्थिति में हम सभी ग्रामवासी ग्राम पंचायत उपसरपंच, पंच ग्वारा द्वारा सभी की सहमति से पंचनामा सचिव राजकुमार द्वारा तैयार कर संदीप सिंगौर, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत एवं क्षेत्रीय जनपद सदस्य होने के नाते इनको को भी बुलाकर पंचनामा में हस्ताक्षर करवाते हुये माध्यमिक शाला भवन की जर्जर दीवारों को ध्वस्त कर मलमा वहीं पर रख दिया गया है। सरपंच ग्राम पंचायत द्वारा बिना सोचे समझे राजनैतिक दवाब में आकर हम पदाधिकारियों को प्रताडित करने की दृष्टि से पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर उक्त कदम उठाया है। हम समस्त ग्रामवासी इसका विरोध करते हैं तथा एफआईआर को निरस्त करने की मांग करते हैं। बड़ी संख्या मे जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने जनसुनवाई के साथ ही कलेक्टर एसपी को भी ज्ञापन सोपा है और जनपद पंचायत मंडला के उपाध्यक्ष एवं पांच पर की गई। झूठी फिर को निरस्त करने की मांग की है। इसके साथ ही सरपंच की शिकायत भी जिला प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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मै मनोज कुमार शुक्ला 9 सालों से लगातार पत्रकारिता मे सक्रिय हूं, समय पर और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना ही मेरी पहली प्राथमिकता है।

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