Sidhi news:जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पंकज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरईएस विभाग सीधी में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांच को प्रभावित करने प्रमुख दस्तावेज एवं चेक -डीडी में आग लगाने वाले दोषी संविदा डाटा एंट्री आपरेटर के खिलाफ सत्ताधारी दल के राजनैतिक दबाव में आज तक कोई कार्यवाही नही होना भाजपा सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों को सरंक्षण देने का जीता-जागता उदाहरण है।
श्री सिंह ने आगे कहा कि करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांच में फंसने के डर एवं तत्कालीन प्रभारी कार्यपालन यंत्री को बचाने के लिए आरईएस विभाग के संविदा डाटा एंट्री आपरेटर द्वारा विभागीय डीडी-चेक एवं महत्वपूर्ण कागजों में आग लगा दी । कांग्रेस प्रवक्ता ने आरईएस विभाग के उच्च अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए आगे कहा कि आखिर आरईएस विभाग में बिना अनुमति विभागीय रिकार्ड जलाने वाले दोषी पर क्यों कार्यवाई नहीं हो रही है।
Sidhi news:उन्होंने कहा कि आरईएस विभाग सीधी विगत 4 वर्षों से भ्रष्टाचार को लेकर काफी सुर्खियों में बना हुआ था। तत्कालीन ईई द्वारा दो वर्षों से भ्रष्टाचार के सभी कीर्तिमानों को ध्वस्त कर दिया गया था। जब भ्रष्टाचार की तपन राजधानी तक पहुंची तो आनन-फानन में टीम गठन कर जांच शुरू की गई। प्रथम दृष्टया दोषी मिलने पर तत्कालीन ईई के साथ दो प्रभारी एसडीओ को निलंबित कर दिया गया। जांच शुरू हुई तो उसकी जद में तत्कालीन प्रभारी लेखापाल संविदा डाटा इंट्री आपरेटर भी आने लगे। लिहाजा लेखापाल के प्रभार से मुक्त होने के बाद उनके द्वारा कार्यालय के बाहर कुछ रिकार्डों में आग लगा दी गई। उनके द्वारा विभागीय रिकार्डों को जलाने से पूर्व कोई अनुमति लेने की जरूरत भी नहीं समझी गई। इस आग में विभागीय डीडी-चेक एवं महत्वपूर्ण कागजात जला दिये गये। विभागीय रिकार्ड जलाने का वीडियो जब सामने आया तो इसके लिये विभागीय जांच के निर्देश दिये गये। यह जांच भी दबाव में उलझ गई। जिसके चलते दोषी तत्कालीन प्रभारी लेखापाल संविदा डाटा इंट्री आपरेटर पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
राजनैतिक दबाव के चलते रूकी है कार्यवाही
Sidhi news:प्रवक्ता श्री सिंह ने कहा कि आरईएस विभाग सीधी के कार्यालय में मौजूद कई महत्वपूर्ण कागजातों को नष्ट करने से पूर्व तत्कालीन प्रभारी लेखापाल संविदा डाटा इंट्री आपरेटर द्वारा सक्षम अधिकारी से अनुमति नहीं ली गई थी। रिकार्डों में आग लगाने की वीडियो सामने आने पर विभागीय जांच तो शुरू हुई लेकिन यह अभी तक मुकाम तक नहीं पहुंच सकी है। सूत्रों का कहना है कि कार्यवाहीं को रूकवाने के लिये राजनैतिक दबाव का सहारा लिया गया है,जिसके चलते कार्यवाही अभी तक पूरी नहीं हो सकी।पंकज सिंह ने कहा सरकार जल्द से जल्द आरईएस विभाग सीधी के महत्वपूर्ण कागजातों को नष्ट करने वाले पूर्व तत्कालीन प्रभारी लेखपाल संविदा डाटा इंट्री आपरेटर पर कार्यवाही करे।