नशे से दूरी, फार्मासिस्ट है जरूरी – विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर हुआ भव्य आयोजन
कटनी
जहां दवा, वहां फार्मासिस्ट और नशे से दूरी, फार्मासिस्ट है जरूरी जैसे नारों के साथ 25 सितंबर को एम.पी. फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने विश्व फार्मासिस्ट दिवस को धूमधाम से मनाया। यह आयोजन के.डी.सी. कॉलेज कटनी में हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में फार्मासिस्ट शामिल हुए।
कार्यक्रम की नींव जिला अध्यक्ष कपिल देव गुप्ता और पूरी एम.पी.पी.ए. टीम ने रखी। मुख्य अतिथि के रूप में डीएसपी अजय सिंह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव अखिलेश त्रिपाठी, दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष चंदूलाल जादवानी अपनी टीम सहित और वरिष्ठ समाजसेवी वीरेंद्र खंपरिया उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसे जिला अध्यक्ष कपिल देव गुप्ता और दवा विक्रेता संघ अध्यक्ष चंदूलाल जादवानी ने किया। मंच संचालन कवि तुषार भट्टाचार्य ने किया। इस अवसर पर सभी अतिथियों और पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट रीढ़ की हड्डी की तरह हैं। उन्होंने मेडिकल व्यवसाय में हो रही अनियमितताओं पर चिंता जताई और समाधान के लिए मिलजुल कर प्रयास करने का संकल्प लिया।
केडीसी कॉलेज के संचालक पारस जैन ने अपने संबोधन में फार्मासिस्ट के महत्व को विस्तार से बताया। कार्यक्रम के दौरान एक विशेष पोस्टर का अनावरण भी किया गया। फीता काटकर किए गए इस अनावरण में सभी अतिथि शामिल हुए। पोस्टर के माध्यम से आम जनता को संदेश दिया गया कि नशे से दूरी बनाना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और हर जगह दवा के साथ फार्मासिस्ट का होना जरूरी है।
इस अवसर पर संगठन के जिला पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इनमें उपाध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी, सचिव प्रदीप पटेल, सह सचिव आनंद साहू और आकाश सोनी, कोषाध्यक्ष अभिषेक गुप्ता, संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र प्रकाश और अमित गर्ग, मीडिया प्रभारी सुखेंद्र निगम, जिला कार्यालय प्रभारी सीताराम तिवारी, ई-टी शेल प्रभारी मोहित राज, सदस्य पवन दुबे शामिल थे।
इसके अलावा ब्लॉक स्तर से भी पदाधिकारी और कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल हुए। बहोरीबंद ब्लॉक अध्यक्ष अमित गुप्ता, बरही ब्लॉक अध्यक्ष सनथ गौतम, ब्लॉक उपाध्यक्ष प्रसून अग्रवाल और मीडिया प्रभारी रामेश्वर गुप्ता की सक्रिय उपस्थिति रही।
सभी ने एकजुट होकर कार्यक्रम को सफल बनाया और यह संदेश दिया कि फार्मासिस्ट केवल दवा देने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे समाज को नशे से बचाने और बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाते हैं।