उमरिया जिले में गांजे का बढ़ता कारोबार, कम पुड़िया देने पर विवाद युवक की पिटाई
उमरिया जिले में गांजे का अवैध कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थिति यह है कि अब लेनदेन को लेकर भी विवाद खतरनाक रूप ले रहे हैं। ऐसा ही मामला ग्राम बेलमना से सामने आया, जहां गांजे की कम पुड़िया देने पर विवाद हुआ और मामला मारपीट तक पहुंच गया।
बेलमना निवासी दीपक कोल ने आरोप लगाया कि वह गांजे की पुड़िया वापस करने गांव के ही माधव प्रजापति के घर गया था। आरोप है कि पुड़िया में मात्रा कम मिलने की बात कहने पर माधव और उसकी पत्नी ने उसे धमकाया। विवाद इतना बढ़ गया कि दीपक को रोड से घसीट कर घर के अंदर बंद कर दिया गया और लाठी-डंडों से जमकर मारपीट की गई।
पीड़ित किसी तरह वहां से निकलकर चंदिया थाने पहुंचा, लेकिन वहां भी उसे न्याय नहीं मिला। दीपक का कहना है कि पुलिसकर्मी ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय समझौते का दबाव बनाया और आरोपितों को थाने बुलाकर समझौता करा दिया। दबाव के चलते युवक ने कागजों पर हस्ताक्षर कर दिए।
घर लौटने के बाद दीपक की तबियत बिगड़ गई। उसके शरीर में दर्द और चक्कर आने लगे, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर चोटें सामने आने पर अस्पताल प्रशासन ने मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी, जिस पर FIR दर्ज की गई।
इस मामले ने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि थाने में तुरंत रिपोर्ट दर्ज होती तो आरोपितों पर समय रहते कार्रवाई हो सकती थी। साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है कि इलाके में गांजे का कारोबार आखिर किसकी शह पर चल रहा है।
फिलहाल पुलिस जांच कर रही है, लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि न केवल आरोपितों पर सख्त कार्रवाई हो, बल्कि संबंधित पुलिसकर्मी की भूमिका की भी जांच की जाए। लोगों का कहना है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो ऐसे मामले बढ़ते जाएंगे और गांजे का कारोबार गांवों तक फैलता रहेगा।
