Bagheswar dham: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक बयान हो रहा वायरल कहां 160 किलोमीटर की हम करेंगे पैदल यात्रा
Bagheswar dham : छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक बयान सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है जहां उन्होंने अब 160 किलोमीटर की पैदल यात्रा करने का संकल्प सार्वजनिक मंच से ले लिया है। जहां वे 160 किलोमीटर की चार यात्राएं करेंगे। जो अलग-अलग स्थान से शुरू होकर अलग-अलग हिंदू मंदिर में जाकर समाप्त होगी। ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि उसे यात्रा में शामिल तो हो ही साथ ही साथ सनातन को जगाने के लिए प्रयास भी करें।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जो बयान है उसमें उन्होंने कहा है कि केवल हिंदू हिंदू कहने से हिंदू नहीं जागेगा। हमसे बड़े लोग तो मिल लेते हैं हमसे छोटे लोग भी मिल लेते हैं लेकिन गांव के लोग हमसे नहीं मिल पाते हैं। उन्होंने कहा है कि जो हमसे नहीं मिल पाता है उनके लिए हम 160 किलोमीटर की पैदल यात्रा को करके उनके पास जाएंगे और उनसे मिलेंगे और पिछड़े और बिछड़े हिंदुओं को गले लगाएंगे।
Bagheswar dham : 1 नवंबर से 30 नवंबर तक हम हिंदुओं को जगाने के लिए पिछड़ी जातियों को बुलाने के लिए और जात-पात को मिटाने के लिए भारत के इतिहास में क्रांति करने के लिए 160 किलोमीटर की हम पदयात्रा करेंगे।
कहां-कहां जाएगी यह यात्रा
सबसे पहले यह यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक निकाली जाएगी। लाखों सनातनी हिंदू और हमारा सिर्फ उद्देश्य इतना है हम हिंदू हैं और हिंदुस्तान हमारा है। हम एक पदयात्रा नहीं कर रहे हैं हम
1. पहली यात्रा तो बागेश्वर धाम से ओरछा तक करेंगे।
2. उसके बाद दूसरी यात्रा हम कर रहे हैं दिल्ली से वृंदावन तक
3. तीसरी यात्रा हम कर रहे हैं लखनऊ से अयोध्या तक
4. बेल्लुर से तिरुपति बालाजी तक
इसके बाद उन्होंने कहा कि जब तक हम जिएंगे तब तक गांव-गांव जाकर जात-पात को मिटाकर हम भारत को भव्य बनाने का संकल्प लेंगे व लोगो को दिलवाएंगे। आदि गुरु शंकराचार्य हो या स्वामी विवेकानंद हो सबने पद यात्रा की है गुरु शंकराचार्य ने भारत में पदयात्रा की है तो स्वामी विवेकानंद ने विदेश तक पदयात्रा की है।
हमने समझ लिया चार्टर्ड हवाई जहाज और प्लेन से धर्म बचने वाला नहीं है अब गांव-गांव जाकर हिंदुओं को जगाएंगे। जिसकी बात उन्होंने पूछा कि आप लोग ही बताओ कि हमारी पदयात्रा कैसी रहेगी सफल होगी या नहीं।