Umaria News: शिक्षा विभाग में 2.60 करोड़ का घोटाला उजागर, दोषियों पर कसा शिकंजा
उमरिया
Umaria News: उमरिया जिले के जनजातीय विकासखंड पाली के खंड शिक्षा कार्यालय में 2.60 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितता का बड़ा मामला सामने आया है। जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति ने अंतरिम प्रतिवेदन सौंपते हुए बीईओ राणा प्रताप सिंह समेत चार अधिकारियों और कर्मचारियों को घोटाले का जिम्मेदार ठहराया है।
Umaria News: जांच रिपोर्ट के अनुसार, बीईओ राणा प्रताप सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर बालेंद्र द्विवेदी, लिपिक अशोक कुमार धनखड़ और कर्मचारी धीरेंद्र गुप्ता ने सरकारी धन का फर्जी आहरण कर उसे अपने और परिजनों के खातों में स्थानांतरित किया। समिति ने जिला कोषालय अधिकारी अखिलेश पांडेय की अनुशंसा पर इन सभी के निलंबन और उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है।
Umaria News: कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर द्विवेदी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं, जबकि लिपिक धनखड़ और शिक्षक रामबिहारी पांडेय को निलंबित किया गया है। बीईओ सिंह के निलंबन के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।
Umaria News: जांच में सामने आया कि वर्ष 2018 से 2023 के बीच फर्जी अतिथि शिक्षक और मजदूरों के बिल बनाकर 24 संदिग्ध खातों में राशि डाली गई, जिनमें से 21 खाते आरोपियों के रिश्तेदारों के नाम पर थे। घोटाले की भनक लगते ही प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू की, जिसके दबाव में आरोपियों ने 2.15 करोड़ रुपए की राशि सरकार के खाते में जमा भी कर दी।
Umaria News: कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि शेष राशि की वसूली के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मामला न केवल सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि प्रशासन की सख्ती और पारदर्शिता की मिसाल भी पेश करता है।
Umaria News: प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई एक नजीर बनेगी ताकि भविष्य में कोई भी कर्मचारी या अधिकारी शासकीय धन के दुरुपयोग की जुर्रत न कर सके। जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी आरोपियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।