अमिलिहा हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा ,पेशेवर गैंग गिरफ्तार, हत्या से दहला इलाका
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
उमरिया जिले के अमिलिहा गांव में एक महीने पहले हुए वृद्ध कारोबारी की नृशंस हत्या का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जिला कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने इस हत्याकांड की परतें खोलते हुए बताया कि इस वीभत्स वारदात को चार पेशेवर अपराधियों ने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था।
एसपी ने बताया कि इस घटना की साजिश शहडोल में रची गई थी। चारों आरोपी—विनय उर्फ श्याम किशोर गुप्ता, दीपक गुप्ता, अतुल बर्मन और ऑटो चालक आदित्य उपाध्याय—एक ऑटो में सवार होकर अमिलिहा पहुंचे। उन्होंने पहले से तय रणनीति के तहत पेट्रोल खत्म होने का बहाना बनाया और वृद्ध कारोबारी से दरवाजा खुलवाया। जैसे ही दरवाजा खुला, बदमाशों ने धारदार हथियारों से कारोबारी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
इस निर्मम हमले में कारोबारी की मौके पर ही मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हत्या की बर्बरता को स्पष्ट कर दिया, जिसमें मृतक के शरीर पर कुल 34 घाव पाए गए। हत्या के बाद भी आरोपियों की निर्दयता यहीं नहीं थमी। उन्होंने मृतक की लगभग 90 वर्षीय मां पर भी हमला किया, जो सौभाग्यवश उपचार के बाद बच गईं।
आरोपियों ने वारदात के बाद घर में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर, डीटीएच डिवाइस, मोबाइल फोन और सोने-चांदी के जेवरात समेटे और मौके से फरार हो गए। वे इतनी सफाई से घटना को अंजाम देकर निकले कि पुलिस को मौके से कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया। इससे प्रारंभिक जांच में पुलिस को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
हालांकि, पुलिस अधीक्षक नायडू के नेतृत्व में सीमावर्ती जिलों के थानों से समन्वय स्थापित कर जांच को आगे बढ़ाया गया। तकनीकी विश्लेषण, मोबाइल लोकेशन और गुप्तचरों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपियों को शहडोल से गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि ये सभी आरोपी पहले से अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं और इन पर पूर्व में भी कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस अब इन आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है, साथ ही यह भी खंगाला जा रहा है कि क्या इनका संबंध अन्य संगठित अपराधों से भी रहा है। इस खुलासे से अमिलिहा की जनता ने राहत की सांस जरूर ली है, लेकिन यह घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि अब छोटे कस्बे भी संगठित अपराध के निशाने पर हैं। पुलिस को अब सतर्कता और निगरानी के नए स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है।