Rewa news:“नशा रोकना सिर्फ पुलिस-प्रशासन का काम नहीं, परिवार जिम्मेदारी ले… अब तो लड़कियां भी पीने लगीं”— मऊगंज में बोले सांसद जनार्दन मिश्रा
Rewa news: मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर मऊगंज में आयोजित कार्यक्रम में रीवा से भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा ने समाज में बढ़ते नशे को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नशे पर रोक केवल पुलिस, प्रशासन, आईजी, एसपी या नेताओं के भरोसे नहीं लग सकती। यह तभी थमेगा, जब परिवार—विशेषकर माता-पिता—अपनी भूमिका ईमानदारी से निभाएँ और बच्चों के साथ समय बिताएँ।
सांसद मिश्रा ने मंच से स्पष्ट कहा, “यह मत समझिए कि सिर्फ लड़के ही पीते हैं, अब तो लड़कियां भी शराब पीने लगीं, नशा कर रही हैं। अगर परिवार बच्चों के साथ बैठकर रोज भोजन करे, उनसे बात करे, तो समय रहते समझ आ जाएगा कि बच्चा सही दिशा में जा रहा है या भटक रहा है।” उन्होंने कहा कि पहले परिवारों में साथ बैठकर भोजन और घर-परिवार की चर्चा का संस्कार था, लेकिन अब यह परंपरा टूटती जा रही है और इसका खामियाजा समाज भुगत रहा है।
Rewa news : सांसद ने नशे की लत के दुष्परिणामों पर भी जताई गंभीरता। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि कोई बच्चा छह महीने तक कोरेक्स जैसे नशे का आदी हो जाए, तो उसे सुधारना बेहद कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी वर्ग या महिलाओं को निशाना बनाना नहीं, बल्कि समाज को सचेत करना है। उन्होंने जोड़ते हुए कहा, “मैं यह बात इसलिए कहता हूं क्योंकि जीतू पटवारी ने सभी महिलाओं पर टिप्पणी की थी, जबकि मैं समाज को जागरूक करने की बात कर रहा हूं।”
गौरतलब है कि करीब दो महीने पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में बयान दिया था कि “देश में सबसे ज्यादा शराब यदि कहीं महिलाएं पीती हैं, तो मध्यप्रदेश में पीती हैं।” उन्होंने इसे प्रदेश की बिगड़ती स्थिति और बीजेपी सरकार की शराब नीति का परिणाम बताया था।
सांसद मिश्रा के ताज़ा बयान ने नशे पर राजनीतिक बहस को एक बार फिर तेज कर दिया है। एक ओर कांग्रेस सरकार की नीतियों पर सवाल उठाती है, तो दूसरी ओर भाजपा नेता सामाजिक और पारिवारिक ज़िम्मेदारी को नशा रोकने का मुख्य आधार बता रहे हैं।
