मऊगंज में हिंसा के बाद प्रशासनिक सर्जरी, नवागत कलेक्टर और एसपी ने संभाला मोर्चा, मृतक के परिजनों से मिले अधिकारी
रीवा। मऊगंज जिले के गड़रा गांव में हाल ही में हुई हिंसा और पुलिस अधिकारी सहित एक युवक की हत्या के बाद प्रदेश सरकार ने बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करते हुए तत्कालीन कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और एसपी रसना ठाकुर का तबादला कर दिया। उनकी जगह नए कलेक्टर संजय जैन और एसपी दिनेश सोनी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गुरुवार को रीवा पहुंचकर नवागत कलेक्टर और एसपी ने संभाग आयुक्त बी.एस. जामोद और प्रभारी आईजी साकेत प्रकाश पांडे से मुलाकात की। अधिकारियों से आवश्यक दिशा-निर्देश लेने के बाद दोनों ने मीडिया से बातचीत की।
एसपी दिनेश सोनी ने कहा कि जिले में सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा, “हम समाज के हर वर्ग में समन्वय स्थापित कर शांति और सुरक्षा का माहौल बनाए रखेंगे।”
वहीं, कलेक्टर संजय जैन ने कहा कि शांति व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाना उनका मुख्य उद्देश्य रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन किसी भी तरह की अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं करेगा और जिले में स्थिति पूरी तरह सामान्य है।
मृतक के परिवार से मिले अधिकारी, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
कार्यभार ग्रहण करने के तुरंत बाद ही कलेक्टर संजय जैन और एसपी दिनेश सोनी ग्राम गड़रा पहुंचे। यहां उन्होंने हिंसा में मारे गए युवक शनि द्विवेदी के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की।
मृतक के परिवार ने अधिकारियों के सामने न्याय और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग रखी। इस पर एसपी दिनेश सोनी ने आश्वासन दिया कि “घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कानून के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”
कलेक्टर संजय जैन ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता राशि और योजनाओं का लाभ शीघ्र ही दिलाया जाएगा।
गांव में तनाव कम करने की कोशिशें जारी
गड़रा गांव में हुई इस हिंसक घटना के बाद से माहौल तनावपूर्ण था, लेकिन नए अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई और शांति बनाए रखने की पहल से हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। कलेक्टर और एसपी ने स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर उन्हें सुरक्षा और न्याय का भरोसा दिलाया।
अब प्रशासनिक सुधार की दिशा में तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। जिले में जल्द ही शांति समिति की बैठक आयोजित कर समाज के सभी वर्गों को जोड़ने की योजना बनाई जा रही है।