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Sidhi news:डेयरी में फैट जांच के आदेश पर चढ़ी ‘चर्बी

Abhinay Shukla

By Abhinay Shukla

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Sidhi news:डेयरी वाले बोले-फैट जांचने की जरूरत नहीं, लोगों को इसका पता ही नहीं

Sidhi news:लोगों को अच्छी क्वॉलिटी का दूध मिले और उसमें मिलावट की जांच हो सके, इसके लिए दूध विक्रेताओं को उनके संस्थान में फैट मशीन रखना अनिवार्य है। इसकी सहायता से कोई भी खरीदार दूध में फैट की जांच करवा सकता है। यह उसका अधिकार है। इसके बावजूद कुछ डेयरियों पर जाकर पड़ताल की तो ज्यादातर यादातर जगह फैट मशीन नहीं मिली। जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक हर डेयरी पर इस जानकारी का बोर्ड लगाना भी अनिवार्य है। कि मशीन की सहायता से फैट कैसे जांचना है? हर डेयरी के लिए बोर्ड पर यह लिखना भी जरूरी है कि आज दूध में कितना फैट है। इतना ही नहीं, डोर-टू-डोर दूध सप्लाय करने वालों को भी मशीन या अपनी कैन पर फैट और एसएनएफ (सॉलिड नॉन फैट) की मात्रा लिखना अनिवार्य है लेकिन इस आदेश का भी पालन नहीं किया जा रहा है। शहर की अलग-अलग दूध डेयरी पर जाकर देखा तो कहीं भी न तो दूध का फैट जांचने की मशीन मिली और न ही फैट और एसएनएफ की जानकारी लिखी थी।

एक साल तक की सजा, पेनल्टी

Sidhi news:तक का प्रावधान दूध में निर्धारित प्रतिशत से कम फैट मिलने पर इसमामले में दोष सिद्ध होने पर एक साल तक की सजा और पेनल्टी तक का प्रावधान है। डेयरियों पर जो फैट मशीनें हैं उसमें दूध में पानी या अन्य पतला पदार्थ मिलाने की पुष्टि मौके पर ही हो जाती है। दूध गाढ़ा करने के लिए अगर यूरिया, पॉम ऑइल, रंग, डिटर्जेंट मिलाया गया है तो सैंपल भोपाल लैब भेजे जाते हैं। रिपोर्ट में इनमें से कोई भी पदार्थ पाया जाता है तो तीन महीने से लेकर उम्र कैद तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही एक लाख से 10 लाख रुपए तक की पेनल्टी लग सकती है।

डेयरी वाले ने कहा- फैट मशीन क्या होती है?

Sidhi news:शहर के मुख्य मार्ग मे स्थित एक डेयरी पर पूछा गया कि आपके यहां फैट मशीन है तो संचालक ने जवाब दिया कि यह क्या होती है? हमें इस बारे में जानकारी नहीं है। पूछा गया कि जिसमे दूध की गुणवत्ता का पता चलता है तो दुकानदार का जवाब मिला कि हम ऐसी किसी चीज का इस्तेमाल नहीं करते।

जितना ज्यादा फैट, दूध की गुणवत्ता उतनी ही बेहतर

Sidhi news:यदि दूध में छह प्रतिशत फैट है तो 100 लीटर दूध से छह किलो घी निकाला जा सकता है। इसे मापने के बहुत से तरीके हैं। फैट जितना ज्यादा होता है, दूध की गुणवत्ता उतनी ही बेहतर मानी जाती है। दूध में पानी और बटर फैट के अलावा जो पदार्थ होते हैं उन्हें एसएनएफ (सॉलिड नॉन फैट) कहते हैं। एसएनएफ में विटामिन, लैक्टोज और खनिज पदार्थ आदि शामिल होते हैं। दूध की गुणवत्ता को बेहतर करने में यह सभी पदार्थ आवश्यक माने जाते हैं। गाय के दूध में अमूमन 8.5 और भैंस के दूध में 9 प्रतिशत तक एसएनएफ रहता है।कम से कम कितना फैट होना चाहिए दूध में किसकागाय3.2 06भैस मिक्स (गाय भैंस) 04

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