Indian history : 100 साल में बदल गया मुंबई का स्वरूप
Indian history : भारत देश का इतिहास बदल रहा है हर दिन हर वक्त और हर समय नए-नए आयाम नजर आ रहे हैं। भारत देश की राजधानी मुंबई एक जमाने में हुआ करती थी क्योंकि यह व्यापारिक केंद्र भी हुआ करता था और यहां सभी जगह है पर लोग भी आकर अपना केंद्र स्थापित करते थे।
लेकिन समय बदला परिस्थितियों बदली और इस हिंदुस्तान यानी भारत देश की राजधानी नई दिल्ली को बनाया गया। नई दिल्ली की राजधानी बनने के बाद भी मुंबई का विकास नहीं रुक वह लगातार बढ़ रहा था। उसमें नए-नए आयाम को भी लोग जोड़ते हुए नजर आ रहे थे। इसके बाद वह चारों तरफ एक आकर्षण का केंद्र खुद को स्थापित करने लगा।
व्यापार का था यह केंद्र
Indian history : सामुद्रिक मार्ग होने की वजह से यहां व्यापार का एक बड़ा केंद्र स्थापित हो गया लोग यहां आकर व्यापार किया करते थे। भारत देश के अलग-अलग राज्य ही नहीं बल्कि उसके अलावा विदेशों के भी लोग इस बंदरगाह पर उतरने लगे। देखते ही देखे यहां सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र स्थापित हो गया जो आज भी विख्यात है।
फिल्मों का केंद्र बिंदु बना
जब लोग फिल्म का नाम भी नहीं जानते थे तब लोग यहां फिल्म की दुनिया में काम करने के लिए उतावले होते थे। देखते ही देखते 200 साल पहले की स्थिति और अब की स्थिति में भीषण बदलाव हुआ। यहां मुंबई में फिल्म का एक केंद्र बन गया है जिसे फिल्म सिटी के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि तब वहां और बिल्डिंग कितनी बड़ी नहीं थी वाहन भी कम चलाते थे।
गगनचुंबी बनी इमारतें
मुंबई पहले सिटी है जहां सबसे अधिक ऊंची इमारतें बनने का रिकॉर्ड भारत देश में मिल रहा है। यहां ऊंची ऊंची इमारतें देखकर आपको इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं होगा कि यहां कितना बड़ा केंद्र बन रहा है। कितना भी बड़ा आदमी क्यों ना हो उसकी प्रॉपर्टी जरूर मुंबई के राज्य में स्थापित होगी। लोग पैसा कमाने के बाद मुंबई की तरफ भागते हैं क्योंकि यह सबसे ज्यादा सिटी में से इसका नाम शुमार है। यहां की इमारत को देखकर आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं।