Umaria News: मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अव्यवस्था पर भड़के पत्रकार, ज़मीन पर बैठकर जताया विरोध
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
Umaria News: मध्य प्रदेश के एक जिला स्तरीय मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना कार्यक्रम में अव्यवस्थाओं को लेकर पत्रकारों का ग़ुस्सा फूट पड़ा। जिले में आयोजित इस भव्य विवाह समारोह में प्रभारी मंत्री नागर सिंह चौहान, विधायक शिव नारायण सिंह, कलेक्टर धरणेन्द्र जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल और जिला पंचायत अध्यक्ष अनुजा पटेल जैसे गणमान्य लोग मौजूद थे, लेकिन पत्रकारों के लिए बुनियादी व्यवस्थाएं तक नहीं की गई थीं।
Umaria News: कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को बैठने की कोई उचित व्यवस्था नहीं मिली। गर्मी और भीड़ में पीने के पानी तक के लिए लोग तरसते रहे। जब पत्रकारों ने इसका विरोध किया, तो उन्हें अनदेखा कर दिया गया। इस लापरवाही से नाराज़ पत्रकारों ने कार्यक्रम स्थल पर ज़मीन पर बैठकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और वहां मौजूद अधिकारियों के सामने अव्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े किए।
Umaria News: प्रदर्शन के दौरान कुछ अधिकारियों के रवैये और भाषा से भी पत्रकारों को ठेस पहुँची, जिस पर उन्होंने प्रभारी मंत्री से तीखी आपत्ति जताई। विरोध के बाद अधिकारियों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और तुरंत कुर्सियाँ खाली करवा कर पत्रकारों को बैठने की व्यवस्था की गई।
Umaria News: पत्रकार नीरज सिंह ने जानकारी दी कि कार्यक्रम में न तो पत्रकारों के लिए बैठने की व्यवस्था थी और न ही पानी जैसी मूलभूत सुविधा। “हम कवरेज करने आए थे, लेकिन हमें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया,” उन्होंने कहा।
Umaria News: जब इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वह मंत्री जी के साथ व्यस्त हैं और बाद में बात करेंगे। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता मिथलेश पयासी ने पत्रकारों के विरोध को “तिल का ताड़” करार देते हुए कहा कि उनके लिए व्यवस्था की गई थी, लेकिन उन्होंने जानबूझकर विरोध किया।
Umaria News: इस पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक अजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं। अगर उन्हें सम्मान नहीं मिलेगा तो यह प्रशासन की विफलता है। ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।”
Umaria News: गौरतलब है कि जब पत्रकारों ने भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
Umaria News: यह घटनाक्रम प्रशासनिक लापरवाही और पत्रकारों के प्रति उपेक्षा का प्रतीक बन गया है। एक ओर सरकार बेटियों की शादी के लिए योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम की कवरेज करने आए पत्रकारों को बुनियादी सम्मान और सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। इस विरोध ने न केवल स्थानीय स्तर पर हलचल मचा दी है, बल्कि प्रशासन के कामकाज पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।