Kidnapping of a child: किडनेप हुआ 6 माह का आरेस हुआ मुंबई से बरामद. किडनेपरो ने 29 लाख में था बेंचा
11 आरोपी गिरफ्तार 1 फरार. आईजी ने किया खुलासा.
कहा जाता है की अपराध करने वाला अगर कितना भी शातिर और चालाक क्यों न हो जाए आखिर एक न एक दिन कानून के हात उन तक पहुंच ही जाते है. जहा कुछ ऐसा ही करके दिखाया है रीवा के इन जांबाज पुलिस अफसरों ने कर दिखाया है। 6 दिन पहले हुए 6 माह के अबोध बच्चे के अपहरण की घटना ने सब को अब चौंका कर रख दिया था.
Kidnapping of a child: जहा अब इस पूरी घटना के बाद रीवा पुलिस ने मामले पर गंभीरता दिखाई है और 6 दिन बाद मासूम बच्चे को मुम्बई के कल्याण से सकुशल बरामद कर लिया है। साथ ही बताया यह भी गया की किडनेपरो ने बच्चें का अपहरण करके मुम्बई में रहने वाले दो व्यक्तियों को कुल मिलाकर 8 लाख रूपय में बेंचा था। जहा इसके बाद मुम्बई के रहने वाले निःसंतान एक व्यक्ति ने बच्चे को उनसे 29 लाख में खरीदा था.जहा वारदात में शामिल 11 आरोपीयो को पुलिस ने अबतक गिरफ्तार कर लिया है जबकि 1 आरोपी अब भी फरार जिसकी तलाश की जा रही है।
6 और 7 मई की बीच रात्रि हुआ था बच्चे का अपहरण
यह पूरी घटना बीते 6 और 7 मई के दरमियानी रात की है. जहा यह राजस्थान का रहने वाला मोंगिया परिवार अपना जीवन यापन करने के उद्देश्य से रीवा मे आया हुआ था। जहा शहर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र स्थित कॉलेज चौराहे में सड़क के किनारे रेहड़ी लगाकर वह पैसा कमाते है और अपने परिवार का गुजर बसर किया करते है.
वही यह घटना दिनांक को अरविंद मोंगिया निवासी राजिस्थान और उसकी पत्नि मनीषा मोंगिया ने दुकान लगाई और रात को वह दुकान बंद कर अपने 6 माह के बच्चे आरेस मोंगिया साथ उसी स्थान पर मच्छरदानी लगाकर उसके भीतर सो गए थे।
दो बाईक सवारों ने उसी रात 3 बजे किया था बच्चे का अपहरण
Kidnapping of a child: प्राप्त जानकारी के अनुसार रात तकरीबन 3 बजे 6 माह का अबोध बालक अपने माता पिता के साथ सो रहा था। तभी उसी समय एक मोटर सायकल में सवार होकर आए 2 बदमाशों ने अचानक उसके बच्चें को उठा लिया। उसका किडनेप करके अपने साथ ले जानें लगे घटना से बच्चें के माता और पिता की नींद खुल गई। उन्होंने बाईक सवारों को पकड़ने की काफी कोशिश की लेकिन वह मौके से बच्चे को लेकर उस समय फरार हो गए. जहा इधर बच्चें के अपहरण से परेशान परिजन बदहवास हो गए। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। जजा मौके और पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी जुटाई और तत्काल जिले भर में नाकेबंदी करवा कर बाईक सवार बदमाशो की तलाश शुरु कर दी.
रीवा पुलिस ने ऐसे बुना जाल की फस गए किडनेपर
वही फिर इस घटना को लेकर रीवा रेंज के IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने पुलिस की मीटिंग की और एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर एडिशनल एसपी अनिल सोनकर व एडिशनल एसपी विवेक लाल के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीमें गठित किया गया। जहा पुलिस अधिकारियो ने अपनी कुशलता दिखाई और घटना के अगले ही दिन बच्चे का अपहरण करने वाले बाइक सवार मो. सलीम खान और अतुल जयसवाल दोनो बदमाशों को चिन्हित भी कर लिया.
अलग हुए जिले मऊगंज से पकड़ा गया अपहरणकर्ता मो. सलीम
मिली जानकारी के अनुसार किडनेपर मो. सलीम खान को पुलिस की टीम ने घेराबंदी करके मऊगंज जिले में स्थित एक सुनसान इलाके से घेराबंदी करके दबोच लिया. जहा पुलिस की पुछताछ में अपहरणकर्ता सलीम खान किडनेपिंग के पीछे की पूरी कहानी बयां कर दी.वही पूछताछ में पुलिस की टीम एक एक कड़ी को सुलझाती गई इसके बाद पुलिस को 2 और लोगो का नाम पता चला.
जहा मुम्बई में रहने वाले मऊगंज निवासी नितिन सोनी और उसकी पत्नी स्वाती सोनी पिछले दिनों मऊगंज आए थे. साथ ही नितिन और स्वाती सोनी ने ही अपने अन्य साथी मो. हारून, मो. सलीम, कु मुस्कान रावत, देवेश जयसवाल, और चालक गुड्डू गुप्ता के साथ मिलकर अपहरण की कहानी रची.
बच्चे का अपहरण कर मुंबई मे 8 लाख में बेंचा
दरअसल साजिसकर्ताओ ने बच्चे के अपहरण का पूरा प्लान तैयार किया शहर के कालेज चौराहे में फुटपाथ पर दुकान लगने वाले अरविंद मोंगिया और मनीषा मोंगिया के 6 माह के बालक आरेश को किडनेपरो ने निशाना बनाया. जहा 6 और 7 मई की दरमियानी रात 3 बजे किडनेपर मो. सलीम खान और अतुल जयसवाल पीड़ित की दुकान पहुंचे और 6 माह के आरेश का अपहरण कर उसे महाराष्ट्र स्थित मुम्बई के कल्याण ले गए. जहा अपहरण कर्ताओ ने मुम्बई के अमोल मधुकर, महिला अरवी उर्फ सेजल, और प्रदीप कोलम्बे को 8 लाख में बच्चा बेंच दिया.
यहीं नहीं रुका बच्चे के खरीद फरोख्त का सिलसिला 29 लाख में दोबारा फिर बेंचा
इस बच्चे के अपहरण के बाद उसके खरीद फरोख्त का सिलसिला यहीं नहीं थमा महीला आरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे ने मासूम को मुम्बई के रहने वाले श्रीकृष्ण संत राम को 29 लाख मे बेंच दिया था। जहा पुलिस ने सबसे पहले पकड़े गए अपहरणकर्ता मो. सलीम खान से बच्चे के अपहरण की रची गई पूरे कहानी की सच्चाई उगलवाई थी इसके बाद रीवा पुलिस की टीमों को जबलपुर मुंबई और अन्य जगहों पर रवाना किया गया था.
6 दिन बाद मुंबई के कल्याण से बच्चा बरामद
जिसके बाद सीएसपी रितु उपाध्याय के नेतृत्व में महाराष्ट्र के मुंबई भेजी गई पुलिस की टीम ने मुंबई पुलिस की मदद से एक एक कर अपहरणकर्ताओं तक पहुंची और 6 माह के मासूम बच्चे आरेस को मुंबई के कल्याण स्थित एक इलाके से सकुशल बरामद करके आज 12 मई को पुलिस की टीम बच्चे को लेकर रीवा आई. इसके बाद अपहरण कांड का आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुलासा किया है. वारदात में कुल 12 आरोपी शामिल थे इनमे से 11 लोगो को पुलिस अबतक गिरफ्तार कर चुकी है जबकि 1 आरोपी अब भी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है.
रीवा IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने किया अपहरण का खुलासा
खुलासा करते हुऐ रीवा रेंज के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया की मुम्बई निवासी श्रीकृष्ण संत राम की कोई संतान नहीं थी जिसके चलते उसने मुम्बई के रहने वाले आरोपीयों से बच्चे की पेशकश की थी जिसके उपरांत अपहरण के बाद आरोपीयो ने बच्चे को 29 लाख रूपए में श्रीकृष्ण संत राम को बेंच दिया. पुलिस टीम की सजगता से एक मासूम को उसका परिवार मिल गया इसके लिऐ आईजी ने पुलिस टीम को पुरुष्कृत करने की घोषणा की है.
बीते कल मदर्स डे पर रीवा पुलिस ने दिया एक मां को खास तौफा
आपको बताद्द की अपहरण हुए 6 माह के बच्चे आरेस को पाकर उसकी मां मनीषा मोंगिया और पिता अरविंद मोंगिया के खुशी का ठिकाना नहीं रहा मासूम को पाते ही मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को सीने से लगाया और उसे दुलार करने लगीं बच्चे के परिजनो भी रीवा पुलिस की काफी प्रशंसा की. आज मदर्स डे है और इस खास मौके पर रीवा पुलिस ने एक बेबस मां से उसके 6 माह के अबोध बच्चे को मिलवा दिया. पुलिस की कार्य कुशलता को देखकर अब रीवा की जानता भी सैल्यूट उन्हे कर रही है.
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