Umaria News: उमरिया जिले के पाली क्षेत्र में अपराधों का बढ़ता ग्राफ,दो दिनों में दो हत्याएं, पुलिस अलर्ट मोड में
उमरिया तपस गुप्ता (7999276090)
उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली थाना क्षेत्र में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ता दिख रहा है। दो दिनों के भीतर हुई दो सनसनीखेज हत्याओं ने क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया है। शुक्रवार की सुबह एक और हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें ग्राम पंचायत मंगठार चौकी क्षेत्र के सुंदरदादर रोड स्थित बरा मोहल्ला में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान मनोज पिल्ले पिता तुलसीधरण पिल्ले उम्र 45 वर्ष के रूप में हुई है, जो मंगठार बस्तीका का निवासी था।
Umaria News: स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई। शव की हालत देखकर प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हो रहा है कि मनोज पिल्ले की हत्या पत्थर से कुचलकर की गई है। घटनास्थल पर खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था और आसपास खून के धब्बे तथा एक भारी पत्थर मिला, जिससे हत्या किए जाने की आशंका है। फिलहाल पुलिस ने मामले की विवेचना आरंभ कर दी गई है।
Umaria News: पाली थाना प्रभारी मदनलाल मरावी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि, हमें सुबह सूचना प्राप्त हुई थी कि सुंदरदादर रोड के पास एक शव पड़ा हुआ है हम मौके पर पहुंच रहे हैं।
Umaria News: गौरतलब है कि इससे ठीक दो दिन पहले, बुधवार की रात पाली थाना अंतर्गत घुनघुटी चौकी के ग्राम अमिलिहा में भी एक वीभत्स हत्या की वारदात हुई थी। वहां अज्ञात बदमाशों ने घर में घुसकर शिवदयाल शुक्ला नामक किराना दुकानदार की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी और घर व दुकान से नकदी व सामान भी ले गए थे। उस मामले में भी अभी तक कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
Umaria News: लगातार हो रही इन हत्याओं ने न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आमजन में भय और असुरक्षा की भावना भी गहराई है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले उनका क्षेत्र शांत माना जाता था, लेकिन अब आए दिन हो रहे गंभीर अपराधों से वे चिंतित हैं।
Umaria News: बिरसिंहपुर पाली क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से चोरी, हत्या जैसी संगीन घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आम लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी कमजोर क्यों होती जा रही है? क्या अपराधियों को पुलिस का खौफ नहीं रह गया है?
Umaria News: फिलहाल क्षेत्रवासी डरे हुए हैं और पुलिस से सख्त कार्रवाई की उम्मीद लगाए बैठे हैं। वहीं, प्रशासनिक अमले की सक्रियता भी अब कसौटी पर है कि वह इन जघन्य अपराधों पर लगाम कैसे लगाता है।