Jabalpur cenra bank: केनरा बैंक के अधिकारियों का करानामाए फर्जी कंपनी बनाकर रिश्तेदारों को बांट दिए जिस पर fir दर्ज हो गई है।
Jabalpur cenra bank: जबलपुर ईओडब्ल्यू कार्यालय में नरसिंहपुर गोटेगांव स्थित केनरा बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक मणिराज पटेल, प्रबंधक गिरीश कुंभारे, प्रोबेशनरी ऑफिसर राहुल लोखारे और सुनील कुमार दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
इन बैंक अधिकारियों पर फर्जी कंपनियों के नाम पर अपने ही रिश्तेदारों को 2 करोड़ 97 लाख रुपए की बंदरबांट करने के आरोप है, जबकि हकीकत 3 करोड़ रूपयें का इन अधिकारियों ने खुद ही बेजा इस्तेमाल किया है। गोटेगांव के केनरा बैंक बैंक में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा जबलपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के असिस्टेंट मैनेजर गणेश चंद्र सरकार द्वारा बैंक का लेजर जॉचने पर पकड़ में आया है।
Jabalpur cenra bank : मामले की शिकायत जबलपुर ईओडब्ल्यू में की गई, जिस पर दस्तावेजी रूप से प्राथमिक जॉच में गड़बड़ी मिलने पर संबंधित बैंक अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ईओडब्ल्यू ने जॉच शुरू कर दी है।
ईओडब्ल्यू एसपी आर.डी.भारद्वाज के मुताबिक केनरा बैंक के इन नामजद अधिकारियों ने साल 2020-21 में स्वीकृति और वितरण उधम एंटरप्राइजेज को किया, जबकि जांच में यह कंपनी डिफाल्टर पाई गई और मौके पर जब कंपनी के पते पर पड़ताल की गई तो इस नाम की कोई भी कंपनी मौजूद नही मिली। इसी तरह मेसर्स पटेल ट्रेडर्स नाम की फर्म के साथ ही यही फर्जीवाड़ा किया गया, मसलन दोनों कंपनियों के नाम पर करोडो रुपए का ट्रांजिस्कशन किया गया, लेकिन हकीकत में ये कम्पनियां नहीं पाई गई।
शिकायात और प्राथमिक जॉच में ईओडब्ल्यू ने पाया कि केनरा बैंक के चारों नामजद अधिकारियों ने बैंक से निकाले गए 2 करोड़ 97 लाख रुपए का लोन अपने करीबी रिश्तेदारों और कर्मचारियों के खाते में डाल कर खुद ही उक्त राशि का बेजा इस्तेमाल किया है। लिाहाजा जबलपुर ईओडल्ब्यू ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक मणिराज पटेल, प्रबंधक गिरीश कुंभारे, प्रोबेशनरी ऑफिसर राहुल लोखारे और सुनील कुमार दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर फर्जीवाड़ा की जांच शुरू कर दी है।
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