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Sidhi news: फिर उजागर हुआ गांधीग्राम शाखा प्रबंधक का फर्जीवाड़ा

Abhinay Shukla

By Abhinay Shukla

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Sidhi news: पूर्व में भी लग चुके हैं खयानत के कई आरोप, कार्यवाही की मांग

संवाददाता-: अविनय शुक्ला

Sidhi news: किसानों की सुविधाओं के लिए संचालित जिला सहकारी बैंक पूरी तरह से भ्रष्टाचारिय के जाल में फंस गया है। इस बैंक के किसी न किसी शाखा का मामला आए दिन मीडिय सुर्खियों के साथ साथ जनचर्चा में बना रहत हैं। कुछ इसी तरह का एक मामला फिर सहकारी बैंक के गांधीग्राम का सामने आया है जहां मैनेजर व कैशियर ने खाता धारक के खाते से राशि हजम कर ली है। यह हम नह कह रहे है बल्कि शिकायत पर कराई गई जाच में इसका खुलासा हुआ है। ज्ञात हो कि गांधीग्राम शाखा प्रबंधक राम सजीवन सेन के खिलाफ इसके पूर्व भी खयानत के कई बार आरोप लग चुके हैं इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो जांच उपरांत श्री सेन की सेवा भी समाप्त कर दी गई थीं हालांकि न्यायालय से बाद में इन्हें फिर राहत मिल गई और वह सेवा में आ गए, लेकिन खयानत एवं भ्रष्टाचार के मामले में इतनी बड़े सजा पाने के बाद भी उनकी आदत में सुधार नहीं हो रहा हैं। मौका मिलते ही फिर चौका लगा दिया। दरअसल गांधीग्राम शाखा के उपभोक्ता विकास सिंह पिता इंद्रमणि सिंह चौहान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मेरे खाते से बिना मेरी सहमति के फर्जी हस्ताक्षरकर 58000 हजार रुपए आहरित कर लिया गया है, जिसकी जांच में यह पाया गया है कि शाखा प्रबंधक राम सजीवन सेन एवं लिपिक कैशियार रामप्रसाद कुशवाहा ने उक्त राशि फर्जी तरीके से आहरित करली गई है। जांच अधिकारी प्रेमधारी सिंह ने अपने प्रतिवेदन मेंइस बात की पुष्टि क की पुष्टि कर दी है। अब देखना यह है कि इस पूरे मामले में बैंक के सीईओ द्वारा क्या कार्यवाही की जाती हैं। बताया जा रहा है किराम सजीवन सेन अधिकारियों के आव भगत में जुट गए हैं।

क्या हैं यह पूरा मामला

Sidhi news: जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सीधी अंतर्गत संचालित शखा गांधीग्राम के शाखा प्रबंधक राम सजीवन सेन एवं लिपिक राम प्रसाद कुशवाहा ने अपने ही बैंक के खाता धारक विकास सिंह पिता इंद्रमणि सिंह चौहान के खाते से 15 अप्रैल को 49000 हजार रुपए एवं 7 जून को 9000 हजार रुपए फर्जी तरीके से आहरित कर लिया था जिसकी शिकायत पर सीईओ ने नोडल अधिकारी प्रेमधारी सिंह को जांच के निर्देष दिए थे। जांच अधिकारी श्री सिंह ने अपनी जांच में में इसकी पुष्टि कर वरिष्ठ अधिकारियों को सौप दिया है। हालांकि 28 सितंबर को जांच रिपोर्ट आने के बाद अभी तक दोषियों के खिलाफ कई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

ऑपरेटर ने खोली पोल

Sidhi news: जांच करने पहुंचें प्रेमधारी सिंह के समक्षशाखा में पदस्थ संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर ने इस पूरे मामले का भंडाफोड़ कया है। बताया गया है कि जांच टीम की समक्ष ऑपरेटर राकेश कुमार यादव ने कैशियर की आईडी से फारवर्ड ड्रावल को एप्रूफ किया था। जिससे साफ है कि इस पूरे मामले में शाखा प्रबंधक राम सजीवन सेन एवं कैशियर राम प्रसाद कुशवाहा ने आपसी सांठ-गांठ कर खाता धारक विकास सिंह के खाते से 58000 हजार रुपए गोल कर दिया था। शिकायतकर्ता विकास सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले की शिकायत मेरे द्वारा बहरी थानें में भी दर्ज कराई गई है शिकायत पर पुलिस ने शाखा प्रबंधक और कैशियर को थानें में तलब किया था जहां पूंछतांछ कर छोड़ दिया गया है।

 

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