Sidhi news: बरामदें में लगवाई जा रही आलमारी
संवाददाता अविनय शुक्ला (7723041705)
Sidhi news: जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सरकारी वजट का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है। अनाप-सनाप कार्यों के नाम पर जमकर बंदरबांट किया जा रहा है। जिस पर जिम्मेदारों द्वारा लगाम लगाने की जरूरत नही समझी जा रही है। इन दिनो डीईओ द्वारा बिना किसी अनुमति के बरामदे में आलमारियां बनवाई जा रही है जो पूर्णतः औचित्यहीन है।
sidhi news:जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल मिश्रा सीधी जिले में प्रभार लेने के बाद से ही अपने कारनामों के कारण सुर्खियों में बने रहे है लेकिन किसी की मजाल क्या कि इन पर लगाम लगा दें जिससे बेफिक्र होकर ये शासकीय राशियों के बंदरबांट करने में लगे हुए है। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इन दिनो शासकीय वजट का दुरूपयोग करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अंदर एवं बरामदे में आलमारी एवं रैक बनवाये जा रहे है जो चारफिट की ऊंचाई में बनाये जा रहे है। वहीं सूत्रों की माने तो कलेक्ट्रेट परिसर में किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य कराया जाता है तो सबसे पहले कलेक्टर की अनुमति लेनी पड़ती है लेकिन डीईओ द्वारा बिना अनुमति के शासन के वजट को खपाया जा रहा है। आफिस में आने जाने वाले कर्मचारियों ने बताया कि जगह संकीर्ण होने के कारण पहले भी आवागवन में समस्या होती थी अब आलमारी बन जाने के कारण अनावश्यक चोटिल होने का डर बना रहेगा। कर्मचारियों का कहना था कि अगर आलमारी बनानी ही थी तो बकायदे अनुमति लेकर नीचे से बनाई जाती लेकिन मनमानी ढंग से डीईओ द्वारा कार्य कराया जा रहा है।
स्कूलों का निरीक्षण नही
sidhi news: सूत्रों द्वारा बताया गया कि डीईओ प्रेमलाल मिश्रा द्वारा स्कूलों का निरीक्षण नही किया जाता है सब काम आफिस में बैठे बैठे निपटा दिये जाते है। लेकिन हर माह स्कूल भ्रमण के नाम पर सैकड़ों लीटर डीजल की पर्ची बनाई जाती है और इस डीजल का उपयोग वे प्रतिदिन सीधी से रीवा आने-जाने में खर्च किया जा रहा है। जिससे स्कूल की पठन-पाठन की व्यवस्थाएं चौपट हो रही है।
उच्च पद में पदोन्नति लेकिन नही किया गया मुक्त
sidhi news:जिला शिक्षा विभाग में अभी विगत माह कई शिक्षकों को उच्च पदो मेंपदोन्नति करते हुए स्कूलों का प्राचार्य बनाया गया है बावजूद इसके कुछ तो स्कूलों के प्राचार्य बन गए ज्वाईनिंग भी कर लिया लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का मोह नही छूट रहा है अब भी कुर्सियों में डटे हुए है वहीं एकात ने अभी तक ज्वाईन भी नही किया है अपने आदेश को कैंसिल कराने की जुगत में भिड़े हुए है। जिससे स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है।